नई दिल्ली: महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने आगामी रियो ओलंपिक खेलों के लिए देश का सद्भावना दूत बनने का भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। तेंदुलकर बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान और दिग्गज निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद सद्भावना दूत बनने वाले तीसरे व्यक्ति हैं। आईओए ने मंगलवार को पुष्टि की कि तेंदुलकर ने उनकी पेशकश स्वीकार कर ली है। राष्ट्रीय ओलंपिक संस्था ने 29 अप्रैल को तेंदुलकर को उससे जुड़ने के लिए आमंत्रित किया था। आईओए महासचिव राजीव मेहता ने कहा, ‘सचिन तेंदुलकर ने ओलंपिक में भारतीय दल का सद्भावना दूत बनने का हमारा आग्रह स्वीकार कर लिया है। हमें आग्रह स्वीकार करने का उनका आधिकारिक संवाद मिला है।’ उन्होंने कहा, ‘हम सद्भावना दूत के रूप में तेंदुलकर जैसे महान खिलाड़ी के जुड़ने से काफी खुश हैं। हम उनके आभारी हैं। हम उम्मीद करते हैं कि उनका और अन्य सद्भावना दूत का जुड़ाव भारतीय खेल को आगे ले जाएगा।’ सलमान को सद्भावना दूत बनाए जाने के फैसले की पहलवान योगेश्वर दत्त और पूर्व दिग्गज धावक मिल्खा सिंह सहित अन्य के आलोचना करने के बाद आईओए ने बिंद्रा, तेंदुलकर और जाने माने संगीतज्ञ एआर रहमान से संपर्क किया था।
मेहता ने कहा कि उन्हें अभी तक रहमान की पुष्टि नहीं मिली है। उन्होंने कहा, ‘रहमान ने अब तक जवाब नहीं दिया है लेकिन हमें उम्मीद है कि वह भी हमारा निमंत्रण स्वीकार कर लेंगे।’ यह पूछने पर कि सद्भावना दूत असल में क्या भूमिका निभाएंगे, मेहता ने कहा, ‘ये दिग्गज खिलाड़ी और सेलीब्रिटी ओलंपिक अभियान के विचार को देश के कोने-कोने, प्रत्येक गांव, ब्लाक और भारत के प्रत्येक शहर में फैलाएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘यह देश में खेल संस्कृति तैयार करने में मदद करेंगे। अगर हमें खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वाला देश बनना है तो हमें खेल संस्कृति की जरूरत है।’