मुंबई: अमेरिकी डालर के समक्ष भारतीय रुपया आज अब तक के नये निम्न स्तर पर चला गया। तेल आयातक कंपनियों की मासांत डॉलर मांग और विदेशी कोषों की धन निकासी से रुपया आज 49 पैसे अथवा 0.70 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 70.59 रुपये प्रति डॉलर के ऐतिहासिक निम्नतम स्तर पर बंद हुआ। यह 13 अगस्त के बाद रुपये में एक दिन में आई सबसे बड़ी गिरावट को दर्शाता है। इस दिन रुपया 110 पैसे अथवा 1.6 प्रतिशत टूटा था। इससे पूर्व रुपया सोमवार को 70.16 रुपये के निचले स्तर पर बंद हुआ था।
आपूर्ति संबंधी चिंताओं के चलते कच्चे तेल की कीमतों के कई महीनों के उच्च स्तर को छू जाने के साथ चालू खाते का घाटा बढ़ते जाने जैसी खबरों के कारण रुपये में बड़ी गिरावट आई। दिन के कारोबार में एक समय यह 70.65 रुपये के रिकॉर्ड निम्न स्तर तक नीचे चला गया था। आनंद राठी शेयर एवं स्टॉक ब्रोकर के शोध विश्लेषक रुशभ मारू ने कहा, "बाजार की नजर अब शुक्रवार को जारी होने वाले सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) और राजकोषीय घाटे के आंकड़ों पर होगी। निकट समय में रुपये का दायरा 70.20 से 70.75 रुपये के बीच है।"
इस साल अभी तक रुपये में 10 प्रतिशत की गिरावट आई है जिसके कारण यह एशिया में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली मुद्रा बन गया है। अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में आज रुपया 70.32 रुपये पर कमजोर खुला और दोपहर के कारोबार में बिकवाली के दबाव में 70.65 रुपये के सर्वकालिक निम्न स्तर को छू गया। अंत में यह 49 पैसे अथवा 0.70 प्रतिशत की गिरावट के साथ 70.59 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
फाइनेंशल बेंचमार्क्स इंडिया प्रा लि (एमबीआईएल) ने इस बीच डालर-रुपये की संदर्भ दर 70.5046 रुपये प्रति डॉलर और यूरो के लिए 82.3376 रुपये प्रति यूरो निर्धारित की थी। अन्तरमुद्रा कारोबार में पौंड, यूरो और जापानी येन के मुकाबले रुपये में गिरावट आई।