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नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि मुद्रा बाजार में किसी भी तरह के अनावश्यक उतार-चढ़ाव से निपटने के लिये देश के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है। इसके अलावा, पूरे घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। जेटली की यह टिप्पणी डॉलर के मुकाबले रुपये के रिकॉर्ड निम्न स्तर पर पहुंचने के एक दिन बाद आई है। तुर्की के आर्थिक संकट और उसकी मुद्रा लीरा में भारी गिरावट को लेकर उभरी चिंताओं के बीच कल के कारोबार में रुपया एक समय 70.09 रुपये प्रति डॉलर तक नीचे चला गया था।

जेटली ने ट्वीट में कहा, "तुर्की के आर्थिक संकट और डॉलर में मजबूती से उभरते हुये देशों की मुद्राओं के लिये जोखिम उत्पन्न हुआ है। हालांकि, देश के वृहद आर्थिक कारक मजबूत बने हुये हैं।" जेटली ने कहा, "भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप संतोषजनक स्थिति में है और यह विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अनुचित उतार-चढ़ाव को कम करने के लिये पर्याप्त है।"

जेटली 14 मई को किडनी प्रत्यारोपण सर्जरी के लिये जाने से पहले वित्त एवं कंपनी कार्य मंत्रालय का कामकाज देख रहे थे। इलाज के दौरान उनकी अनुपस्थिति में पीयूष गोयल को वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।

उन्होंने आगे कहा कि अतंरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता को देखते हुये किसी भी स्थिति से निपटने के लिये मुद्रा बाजार में हो रही सभी हलचलों पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, तीन अगस्त को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 402.70 अरब डॉलर था, जो इससे पिछले सप्ताह से 1.49 अरब डॉलर कम था।

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