नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने पिछले दो-तीन साल में कर प्रशासन में पारदर्शिता तथा ईमानदारी के लिए कई उपाय किए हैं। जेटली आयकर विभाग की पहल पर वित्त मंत्रालय से संबद्ध संसदीय सलाहकार समिति की दूसरी बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आयकर विभाग ने पिछले दो-तीन साल में कर प्रशासन में दक्षता, पारदर्शिता तथा ईमानदारी लाने के लिए कई कदम उठाए हैं। जेटली के पास कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय का भी प्रभार है। वित्त मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार जेटली ने कहा कि 50 लाख रुपये तक की आय वाले करदाताओं के लिए एक पृष्ठ का आईटीआर-एक (सहज) फॉर्म जारी किया गया है।
उन्होंने कहा कि ढाई लाख से पांच लाख रुपये की आय वाले लोगों के लिए आयकर की दर को दस प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत किया गया है जो दुनिया में सबसे कम है। वित्त मंत्री ने कहा कि पहली बार गैर कारोबारी करदाता जिनकी आमदनी पांच लाख रुपये तक है, के लिए कोई जांच नहीं अवधारणा पेश की गई है। इसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को कर दायरे में आने के लिए प्रोत्साहित करना है।
उन्होंने कहा कि इस साल 97 प्रतिशत आयकर रिटर्न इलेक्ट्रानिक तरीके से दाखिल किए गए। इनमें से 92 प्रतिशत की जांच 60 दिन में पूरी कर ली गई और 90 प्रतिशत रिटर्न 60 दिन में जारी कर दिए गए। उन्होंने कहा कि पिछले साल नोटबंदी के बाद 9 नवंबर, 2016 से 10 जनवरी 2017 के दौरान करीब 1,100 छापेमारी की गई। इनमें 610 करोड़ रुपये की संपत्ति का पता चला, जिसमें 513 करोड़ रुपये नकद पकड़े गए।
जेटली ने कहा कि 5,400 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला, जिसमें 400 मामले उचित कार्रवाई को प्रवर्तन निदेशालय तथा सीबीआई को भेजे गए।
हार्वर्ड में अगले माह भाषण देंगे
जेटली वित्त मंत्री अरुण जेटली अगले महीने प्रतिष्ठित हार्वर्ड विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को संबोधित करेंगे। विश्वविद्यालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। जेटली अक्तूबर में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष तथा विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों में भाग लेने के लिए अमेरिका जा रहे हैं। इसके अलावा उनका न्यूयॉर्क और बोस्टन जाने का भी कार्यक्रम है जहां वह कारोबारी समुदाय और शोध संस्थानों के साथ परिचर्चा करेंगे।
वित्त मंत्री 12 अक्तूबर को दिवंगत हरीश सी महिंद्रा के सम्मान में महिंद्रा व्याख्यान देंगे। इससे एक दिन पहले जेटली बोस्टन में अमेरिका भारत रणनीतिक भागीदारी मंच के साथ राष्ट्रीय संरचना निवेश कोष, फिक्की तथा उद्योग के साथ गोलमेज बैठक में शामिल होंगे। हालांकि जेटली की अमेरिका यात्रा की अभी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा द्वारा देश की अर्थव्यवस्था के बारे में चिंता व्यक्त किए जाने के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि इतिहास में पहली बार भारत की अर्थव्यवस्था लगातार तीन वर्ष विश्व में सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था रही है। वृद्धि की गति विश्व अर्थव्यवस्था की स्थिति पर निर्भर करती है।
उन्होंने कहा कि भारत ने अर्थव्यवस्था के विकास के लिए आवश्यक अधिकतम संरचानात्मक सुधार किए हैं। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में किये गये सुधारों से हम प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त करने वाले सबसे बड़े देशों में शामिल हो गए हैं। सार्वजनिक निवेश भी उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है।