लिस्बन: पुर्तगाल राष्ट्रपति चुनाव में भारी जीत हासिल करने वाले मार्केलो रेबेलो डीसूज़ा ने चेतावनी देते हुए कहा है कि वह मुख्य रूप से औपचारिक माने जाने वाले इस पद का इस्तेमाल मितव्ययता विरोधी सरकार को भारी ऋण में दबे देश की आर्थिक सेहत को और अधिक बिगाड़ने से रोकने में करेंगे। वरिष्ठ नरमपंथी नेता और कानून के प्रोफेसर मार्केलो रेबेलो ने नौ प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ आधे से अधिक वोट जुटा लिए। कुल 99 प्रतिशत वोटों की गणना की जा चुकी है। इनमें रेबेलो डी सूजा ने 52 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं। जबकि, उनके करीबी प्रतिद्वंदी को इसके आधे से भी कम वोट मिले हैं। रेबेलो डी सूजा मार्च में लिस्बन स्थित पिंक पैलेस में रहने जाएंगे, जो नदी किनारे बना है।
रेबेलो अनीबल केवाको सिल्वा की जगह लेंगे। सिल्वा पांच-पांच साल के अधिकतम दो कार्यालय पूरे कर चुके हैं। राष्ट्रपति के पास कोई कार्यकारी शक्ति नहीं है। वह नाम मात्र का प्रमुख होता है लेकिन वह एक प्रभावी आवाज बन सकता है। संकट की स्थिति में यदि उसे लगता है देश गलत रास्ते पर जा रहा है तो वह संसद को भंग करने का भी अधिकार रखता है। अल्पमत की समाजवादी सरकार पुर्तगाल का शासन चला रही है। इस सरकार को कम्युनिस्ट पार्टी और कट्टरपंथी लेफ्ट ब्लॉक का समर्थन प्राप्त है।