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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

कोलंबो: श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के स्वदेश लौटने पर सरकार ने उन्हें विशेष सुरक्षा व सरकारी बंगला उपलब्ध कराया है। भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के उग्र होने के बाद गोटाबाया ने 13 जुलाई को देश छोड़ दिया था और मालदीव व सिंगापुर होते हुए थाइलैंड पहुंच गए थे। 73 साल के गोटाबाया शुक्रवार देर रात थाइलैंड से कोलंबो पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ। वह कोलंबो में अपने निजी आवास पर रहना चाहते थे, लेकिन सुरक्षा कारणों से उन्हें सैन्य घेरे में पाश आवासीय इलाके चिन्नामोन गार्डेन्स ले जाया गया, जहां वह सरकारी बंगले में रहेंगे।

स्वागत करने वालों में मौजूदा सरकार के कई मंत्री व सत्तारूढ़ श्रीलंका पोडुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) पार्टी के सांसद शामिल थे। डेली मिरर समाचार पत्र के अनुसार, गोटाबाया की मौजूदगी के कारण इलाके की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। पूर्व राष्ट्रपति को घर, निजी सुरक्षा व स्टाफ की सुविधा का संवैधानिक अधिकार है।

सिंगापुर एयरलाइंस से पहुंचे श्रीलंका

एयरपोर्ट के ड्यूटी मैनेजर ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति सिंगापुर एयरलाइंस से शुक्रवार रात 11.30 बजे कोलंबो पहुंचे थे। एसएलपीपी के एक सूत्र ने इकोनमीनेक्स्ट वेबसाइट को बताया, 'हालांकि, पार्टी नेता चाहते हैं कि गोटाबाया फिर से राजनीतिक जीवन शुरू करें, लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे।

राजपक्षे का हो रहा है विरोध

कई पार्टी नेता संसद में उनके आगमन का भी विरोध कर रहे हैं। लेकिन, उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है, इसलिए उनके पास स्वदेश वापसी और पूर्व राष्ट्रपति को मिलने वाली समस्त सुविधाओं को हासिल करने का अधिकार है।' प्रदर्शनकारियों का चेहरा रहे फादर जीवंता पेइरिस ने कहा, 'हम गोटाबाया की वापसी का विरोध नहीं करेंगे।'

 थाईलैंड मीडिया ने की थी वापसी की पुष्टि

थाईलैंड मीडिया ने इससे पहले गोटाबाया राजपक्षे की वपसी की पुष्टि की थी। गोटाबाया जुलाई में भारी प्रदर्शनों के बीच देश छोड़कर मालदीव के रास्ते सिंगापुर चले गए थे। उन्होंने सिंगापुर से ही अपना इस्तीफा भेजा था।

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