लंदन: ब्रिटेन में दो मंत्रियों के पद छोड़ने के बाद राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। कंजरवेटिव पार्टी में बगावत के बाद 39 मंत्रियों और संसदीय सचिवों ने इस्तीफा दे दिया है। गृह मंत्री प्रीति पटेल तक ने इस्तीफे की पेशकश कर दी है। बुधवार को प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक और ऐसा कदम उठाया जिससे उनकी कुर्सी संकट में आती दिख रही है। उन्होंने लेवलिंग-अप हाउसिंग ऐंड कम्युनिटीज सेक्रेट्री माइकल गोव के बर्खास्त कर दिया। उनकी कैबिनेट में बगावत के बाद काबू पाने के लिए उन्होंने ऐसा किया।
जानकारी के मुताबिक गोवे ने मीडिया को बता दिया था कि उन्होंने प्रधानमंत्री से इस्तीफा देने के लिए कहा है। इसके बाद बोरिस जॉनसन ने उन्हें बर्खास्त कर दिया। उनका कहना है कि ऐसी कोई बात सार्वजनिक नहीं करनी चाहिए थी । ऐसे में बोरिस जॉनसन के सहयोगियों ने उनपर जुबानी हमला किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस्तीफा देने की सलाह और फिर कैबिनेट में भी रहें, दोनों बातें एक साथ संभव नहीं हैं।
पार्टीगेट स्कैंडल के बाद से ही बोरिस जॉनसन अपने ही मंत्रियों के निशाने पर हैं। इसके बाद क्रिस पिंचर स्कैंडल को लेकर सियासी संकट और गहरा गया। बुधवार शाम कम से कम 9 मंत्री डाउनिंग स्ट्रीट पहुंचे थे और उन्होंने बोरिस जॉनसन से पद छोड़ने को कहा था। गृह मंत्री प्रीति पटेल को उनका बड़ा सहयोगी माना जाता है लेकिन वह भी इस टीम में साथ थीं। जॉनसन ने सभी मंत्रियों से अलग-अलग मुलाकात की। दरअसल मंत्रियों का कहना था कि अगर अगले चुनाव में कंरवेटिव पार्टी की संभावनाएं बेहतर करनी हैं तो नेतृत्व में परिवर्तन जरूरी हो गया है।
कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं जॉनसन
बोरिस जॉनसन ने अपने मंत्रियों से कहा कि अगर वह इस्तीफा दे देंगे तो पार्टी में हड़कंप मच जाएगा और अगले चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी की बुरी तरह हार होगी। जॉनसन ने कहा कि इस्तीफे की वजह से जल्द चुनाव कराने पड़ेंगे। वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने क्रिस पिंचर के प्रमोशन को लेकर इस्तीफा दे दिया था। साजिद जाविद ने भी इसी वजह से इस्तीफा दिया। पीएम ने उनकी जगह दो नए मंत्रियों को जिम्मेदारी दी है।