बीजिंग: दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाले देश चीन के सामने जन्म दर में हुई गिरावट ने नई मुश्किल खड़ी कर दी है। जनता बुढ़ी हो रही है और युवाओं की कमी हो रही है। जिसकी वजह से आने वाले कुछ सालों में काम करने वालों की भारी कमी हो सकती है। चीन जन्म दर में गिरावट से उबरने के लिए इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि वो जबरन गर्भावस्था की रणनीति की ओर रुख कर सकता है। इस रणनीति के तहत चीन लोगों को बच्चे पैदा करने के लिए मजबूर कर सकता है।
गिरते जन्मदर से परेशान चीन ने अपने नागरिकों को जल्दी से शादी करने और हर लोगों को कम से कम तीन बच्चे पैदा करने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है। जियो पॉलिटिका की रिपोर्ट के अनुसार प्रशासन लोगों को ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए विभिन्न प्रकार की प्रतियोगितायों को भी शुरू कर दिया है। बच्चे पैदा नहीं करने या फिर कम पैदा करने के पीछे वजह उनकी देखभाल भी है। चीन के अधिकांश माता-पिता दावा करते हैं वे अपने बच्चों की भलाई और देखभाल के लिए पर्याप्त वित्तीय सुरक्षा की गारंटी नहीं दे सकते हैं।
ऐसा इसलिए क्योंकि कोरोनवा वायरस की वजह से तगड़ा क्वारंटाइन और लॉकडाउन की वजह से उनका जीवन बहुत दबाव में है। हांगकांग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, घरों में बंद रहने के लिए मजबूर होने, भोजन की कमी, आय की कमी, बढ़ती कीमतों, स्वास्थ्य समस्याओं आदि से देश के लोगों का मोहभंग हुआ है।