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बीजिंग: भारत दौरे पर आए अमेरिका के शीर्ष सैन्य अधिकारी के बयान पर चीन भड़क गया है। यूएस जनरल चार्ल्स ए फ्लिन ने कहा था कि एलएसी के पास चीन निर्माण कर रहा है जो कि भारत के लिए खतरे की घंटी है। अब चीन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अमेरिका दो देशों के बीच आग लगाने की कोशिश कर रहा है।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, बीजिंग और नई दिल्ली आपस में मिलकर समस्या का हल निकाल सकते हैं। हम बातचीत के जरिए समाधान ढूंढेंगे। उन्होंने कहा, अमेरिका नहीं चाहता कि इसका समाधान निकले इसीलिए वह दो हिमालयी क्षेत्रों में आग लगाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा, उम्मीद है कि अमेरिकी सैन्य अधिकारी आगे इस तरह उंगली नहीं उठाएंगे और क्षेत्र में शांति स्थापित करने में सहयोग करेंगे।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, पूर्वी लद्दाख को लेकर दो साल से जो विवाद चल रहा है अब वह सुलझने की ओर है। वेस्टर्न सेक्शन के ज्यादातर इलाकों में डिसइंगेजमेंट हो गया है।

उन्होंने कहा, सेनाओं को वापस बुला लिया गया है। धीरे-धीरे स्थिति में सुधार आ रहा है।

बता दें कि नई दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए फ्लिन ने कहा था कि जिस तरह से चीन एलएसी पर निर्माण कर रहा है वह आंख खोलने वाला है। वेस्टर्न थिएटर कमांड में जिस तरह चीन गतिविधियां कर रहा है वह खतरे की घंटी हो सकता है। उन्होंने चीन की मंशा पर सवाल भी उठाए थे। बता दें कि मई 2020 से ही पूर्वी लद्दाख के क्षेत्र में भारत और चीन आमने सामने हैं। गलवान घाटी मे हुए खूनी संघर्ष के बाद स्थितियां बहुत बिगड़ गई थीं।

बीते दिनों यह भी पता चला था कि पैंगोंग लेक में चीन दूसरा ब्रिज बना रहा है जिससे आसानी से सेना को भेजा जा सके। इसके अलावा भारतीय सीमा के पास वह 50 हजार सैनिकों को रुकने की भी व्यवस्था कर रहा है। यहां बैरक बनाए जा रहे हैं।

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