नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध आज (मंगलवार) 13वें दिन में प्रवेश कर गया. संघर्ष के बीच दोनों देश के वार्ताकारों ने सोमवार को बातचीत की। मीडिया रिर्पोटस में यूक्रेन के एक वार्ताकार के हवाले से कहा कि बेलारूस में रूस-यूक्रेन की तीसरे दौर की बैठक के "सकारात्मक नतीजे" दिखे। हालांकि, एक रूसी वार्ताकार ने कहा कि यूक्रेन के साथ वार्ता बातचीत में जिन चीजों की उम्मीदें थीं, वो फिलहाल "पूरी नहीं हुई" हैं।
रूस-उक्रेन युद्ध से जुड़ी अहम जानकारियां:-
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने सोमवार को आरोप लगाया कि रूसी सैनिक ह्यूमैनिटेरियन कॉरिडोर के जरिए युद्धग्रस्त इलाकों में फंसे नागरिकों को निकालने से रोक रहे हैं। ह्यूमैनिटेरियन कॉरिडोर को लेकर वार्ता में दोनों देशों के बीच सहमति बनी थी। जेलेंस्की ने टेलीग्राम पर पोस्ट किए एक वीडियो में कहा, "ह्यूमैनिटेरियन कॉरिडोर को लेकर समझौता हुआ था। क्या इस समझौते ने काम किया? रूसी टैंक, रूसी रॉकेट लॉन्चर, रूसी खदानें अपनी जगह पर काम रही हैं।"
जेलेंस्की ने रूस पर 'सनकी' होने का आरोप लगाते हुए कहा यह भी कहा कि रूसी सैनिकों ने बसों को बर्बाद कर दिया है, जो कि युद्धग्रस्त इलाकों से नागरिकों को निकालने में लगी हुई थीं।
रूस और यूक्रेन के बीच तीसरे चरण की वार्ता यूक्रेन के शहरों में मानवीय गलियारे पर केंद्रित थी ताकि वहां फंसे लोगों को निकाला जा सके। मीटिंग के बाद, रूसी डेलीगेशन के प्रमुख व्लादिमीर मेडिंस्की ने कहा, "वार्ता से हमें जो उम्मीदें थीं वो पूरी नहीं हुईं। हमें उम्मीद है कि अगली बार हम और अधिक अहम प्रगति करेंगे।"
यूक्रेन के राष्ट्रपति सलाहकार मिखाइलो पोडोलीक ने संकेत दिया कि कुछ प्रगति हुई है। उन्होंने ट्वीट किया, "हमने ह्यूमैनिटेरियन कॉरिडोर के लॉजिस्टिक्स से जुड़े मामलों में कुछ सकारात्मक नतीजे हासिल किए हैं।"
इससे पहले, यूक्रेन ने रूस और बेलारूस के लिए कीव, मारियुपोल, खारकीव और सुमी के मानवीय गलियारे के लिए रूसी प्लान को खारिज कर दिया। आरआईए न्यूज एजेंसी की ओर से प्रकाशित मैप्स के मुताबिक, कीव से गलियारा बेलारूस जाएगा जबकि खारकीव के नागरिकों को केवल रूस जाने की इजाजत होगी। रूस ने यह भी कहा कि वह यूक्रेनियों को कीव से रूस ले जाने के लिए एयरलिफ्ट शुरू करेगा।
यूक्रेन ने रूस के प्लान को "अनैतिक स्टंट" करार दिया। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के एक प्रवक्ता ने कहा कि रूस "टेलीविजन पिक्चर तैयार करने के लिए लोगों की पीड़ा का इस्तेमाल करने" की कोशिश कर रहा था। प्रवक्ता ने कहा कि वे लोग यूक्रेन के नागरिक हैं, उन्हें यूक्रेनी क्षेत्र से निकलने का अधिकार होना चाहिए।"
सुमी के मेयर एलेक्जेंडर लिसेंको ने नेशनल बटालियन के कमांडर के साथ घोषणा की कि "कोई भी ग्रीन कॉरिडोर नहीं होगा, एक भी नागरिक रूस नहीं जाएगा और जो ऐसा करने की कोशिश करेगा उसे गोली मार दी जाएगी।"
रूस ने सोमवार को कीव, खारकीव, मारियुपोल और सुमी में सीज़फ़ायर का एलान किया। हालांकि, यूक्रेन ने कॉरिडोर प्लान को खारिज कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बात की। यह उल्लेख करते हुए कि भारत हमेशा मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करता रहा है, मोदी ने पुतिन और जेलेंस्की के साथ अपनी अलग-अलग बातचीत के दौरान उनके बीच सीधी बातचीत का सुझाव देते हुए कहा कि यह शांति के प्रयासों में 'बहुत मदद' कर सकता है। इससे पहले पुतिन ने कहा था कि वह यूक्रेन में अपने लक्ष्यों को हासिल करके रहेंगे "चाहे बातचीत या फिर युद्ध से।"
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुतिन के साथ 50 मिनट तक फोन पर हुई बातचीत के दौरान मोदी ने सूमी से भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के महत्व पर जोर दिया और रूसी राष्ट्रपति ने इस कार्य में हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।