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मॉस्‍को: रूस और यूक्रेन के बीच घमासान युद्ध जारी है। रूस लगातार यूक्रेन के शहरों पर हमले कर रहा है। रूस के हमले को लेकर आज संयुक्‍त राष्‍ट्र (यूएन) की शीर्ष अदालत में यूक्रेन युद्ध रोकने की मांग करेगा। यूक्रेन का तर्क है कि हमले के लिए मॉस्‍को का औचित्‍य नरसंहार कानून की दोषपूर्ण व्याख्या पर आधारित है। रूस ने सोमवार को यूक्रेन के चार शहरों, जिसमें कीव और खारकीव शामिल हैं, सीजफायर की घोषणा की है। यहां से नागरिकों को निकलने के लिए ह्यूमन कॉरिडोर दिया जाएगा।

उधर, रूस पर पश्चिमी देश लगातार प्रतिबंध लगा रहे हैं। कई कंपनियों ने रूस में अपना कारोबार बंद कर दिया है। टिकटॉक ने रूस में लाइवस्‍ट्रीमिंग को बंद कर दिया है और नए वीडियो पोस्‍ट करने पर भी रोक लगा दी है। साथ ही ओटीटी प्‍लेटफॉर्म नेटफ्लिक्‍स ने रूस में अपनी सेवाओं को बंद करने का एलान किया है तो अमेरिकन एक्‍सप्रेस ने रूस और बेलारूस में अपनी सभी सेवाओं को निलंबित कर दिया है। नेटफ्लिक्स ने रूस में अपनी सेवा को निलंबित कर दिया है।

एक प्रवक्ता ने अमेरिकी पत्रिका वैरायटी को बताया, "जमीन पर मौजूद परिस्थितियों को देखते हुए, हमने रूस में अपनी सेवा को निलंबित करने का फैसला किया है।"

'रूस-यूक्रेन के बीच मध्यस्थता को तैयार': चीन

चीन ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर एक ताजा बयान में कहा है कि वो संघर्ष को खत्म करने के लिए दोनों देशों के बीच मध्यस्थता करने को तैयार है। चीनी विदेश मंत्री ने कहा कि बीजिंग यूक्रेन संकट पर 'जरूरी मध्यस्थता करने को तैयार' है।

चीनी विदेश मंत्री ने कहा अभी भी चीन और रूस की दोस्ती मजबूत

चीनी विदेश मंत्री ने सोमवार को कहा कि रूस के यूक्रेन पर चल रहे आक्रमण की अंतरराष्ट्रीय निंदा के बावजूद बीजिंग और मास्को के बीच दोस्ती अभी भी बहुत मजबूत है।


यूक्रेन के शरणार्थियों के लिए नियमों में ढील नहीं दे रहा ब्रिटेन: मंत्री

यूरोप के मंत्री जेम्स क्लीवरली ने सोमवार को कहा कि ब्रिटेन आने के इच्छुक यूक्रेनी शरणार्थियों के लिए इमिग्रेशन नियमों में ढील नहीं दी जा रही।

ट्रेन के जरिए कीव में भेजी जा रही है राहत सामग्री

यूक्रेन के कीव में लोगों के लिए खाली ट्रेनें लविवि से राहत सामग्री ले जा रही हैं।

यूक्रेन में फंसे नागरिकों को वापस लाना सरकार का कर्तव्य: कांग्रेस

कांग्रेस ने यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पैदा हुए हालात पर चिंता जताते हुए सोमवार को कहा कि युद्धग्रस्त देश में फंसे सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित स्वदेश वापसी के लिए सारे प्रयास करना सरकार का कर्तव्य है तथा अतीत में भी ऐसे हालात में पूर्ववर्ती सरकारों ने सफल अभियान चलाए थे। देश की मुख्य विपक्षी पार्टी ने यह भी कहा कि रूस, यूक्रेन और नाटो को बातचीत जरिए तत्काल शांति बहाल करना चाहिए तथा सभी मुद्दों का स्थायी समाधान निकालना चाहिए।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, 'कांग्रेस पार्टी यूक्रेन में सैन्य संघर्ष बढ़ने को लेकर आशंकित और दुखी है। निर्दोष लोगों के मारे जाने, बड़े पैमाने पर तबाही होने, लोगों का बड़े स्तर का पलायन और मानवीय त्रासदी का विकराल रूप लेना अस्वीकार्य है।' उसने कहा, 'हम युद्ध क्षेत्र में फंसे हुए हजारों भारतीय छात्रों एवं नागरिकों की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित हैं।'

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