लंदन: यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने के 10 दिन बीत जाने के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने अमेरिका और यूरोपीय देशों को चेतावनी दी है। पुतिन ने कहा है कि पश्चिमी देशों के आर्थिक प्रतिबंध युद्ध के एलान जैसे ही हैं। पुतिन ने फिर दोहराया कि यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का मकसद रूसी भाषी समुदाय की रक्षा करना है और इसके लिए यूक्रेन का असैन्यीकरण और नाजीवादी तत्वों का सफाया करना है, ताकि ये देश तटस्थ बना रहे।
मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक, पुतिन ने कहा कि यूक्रेन के आसमान पर नो फ्लाई जोन का कोई भी प्रयास संघर्ष में शामिल होने जैसा माना जाएगा। यूक्रेन और पश्चिमी देश लगातार पुतिन के इन आरोपों को हमला करने का बहाना बताते रहे हैं। यूक्रेन पर 24 फरवरी को रूस के हमले के बाद अमेरिका और यूरोपीय देशों ने मास्को के खिलाफ कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। इसमें पुतिन, विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव जैसे नेताओं के खिलाफ पाबंदियां भी शामिल हैं। मास्को में एयरोफ्लोट ट्रेनिंग सेंटर में महिला फ्लाइट अटेंडेंट के समूह के बीच पुतिन ने ये बात कही।
हालांकि नाटो ने यूक्रेन में नो फ्लाई जोन लागू करने की यूक्रेनी सरकार को लगातार खारिज किया है।उसका मानना है कि इससे जंग यूक्रेन के बाहर फैल जाएगी। पुतिन ने साफ किया कि इस अभियान में कोई भी बाहरी तत्व या जबरदस्ती शामिल किए लोग नहीं है, बल्कि पेशेवर सैनिक इसे अंजाम दे रहे हैं। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी फौज सारे लक्ष्यों को हासिल करेगी और इसमें किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए। सब कुछ योजना के मुताबिक ही हो रहा है।
पुतिन ने उन संभावनाओं को भी खारिज किया, जिसमें कहा गया है कि रूस में मार्शल लॉ या किसी अन्य प्रकार की आपात स्थिति को लागू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा तभी किया जाता है जब कोई बड़ा बाहरी या आंतरिक खतरा पैदा हो। इसकी कोई आवश्यकता नहीं दिख रही है। गौरतलब है कि रूस में भी यूक्रेन के खिलाफ हमले को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। रूसी सरकार इन प्रदर्शनकारियों को लगातार हिरासत में ले रही है।