नई दिल्ली: यूक्रेन की राजधानी कीव में गोली लगने से भारतीय छात्र हरजोत सिंह घायल हो गए। हरजोत ने बताया कि फिलहाल मेरी हालत खतरे से बाहर है और इस वक्त हॉस्पिटल में हूं। उन्होंने बताया कि मैं कीव से वोक्जाना के लिए निकला था। वहां से मुझे ट्रेन पकड़नी थी। इसी दौरान गोली लगी। कीव सिटी अस्पताल से बात करते हुए हरजोत सिंह ने कहा कि मेरा पैर फ्रैक्चर हो गया है। हरजोत सिंह ने एनडीटीवी को यह जानकारी दी।
छात्र ने बताया कि कौन फायर कर रहे थे, इसका पता नहीं चला। मैं सड़क पर ही गिर गया। थोड़ी सी आंख खुलती थी फिर बंद हो जाती थी। मेरी आंख खुली तो मैं अस्पताल में था। एक गोली मेरे घुटने में लगी थी। दूसरी गोली साइड से छुते हए मेरे सीने में गोली चली गई थी। अस्पताल वालों ने ही मुझे मोबाइल उपलब्ध करवाया। इसके बाद मैंने सभी को कांटैंक्ट किया।
दूतावास के अधिकारी पहले से ही यहां से जा चुके हैं। अगर मदद मिल गई होती तो अस्पताल से बाहर होता। जब मुझे गोली लगी तो मैंने कहा कि मुझे नई जिंदगी मां के लिए चाहिए।
हरजोत ने बताया कि वीडियो कॉल पर मैंने अपने अपने पापा को रोते हुए देखा। मेरा घर दिल्ली में ही है। डॉक्टर यहां के बहुत अच्छे हैं। उन्होंने बहुत अच्छा इलाज किया है। उनके अच्छे इलाज की वजह से ही थोड़ा ठीक हुआ हूं।
उन्होंने कहा, "मैं अधिकारियों को फोन करता रहा। मुझे लविवि ले जाने के लिए कुछ सुविधा चाहिए थी। लेकिन किसी ने मुझसे संपर्क नहीं किया। केवल एनडीटीवी ने मुझसे संपर्क किया। अब जो हो रहा है उसकी वास्तविकता पूरी दुनिया को पता चल जाएगी। हरजोत सिंह अपने दोस्तों के साथ कैब में सीमा पर पहुंचने की कोशिश कर रहा था, तभी उसे गोली मार दी गई। वह कीव से बचने और किसी तरह लविवि पहुंचने की कोशिश कर रहा था।