कीव: यूक्रेन पर रूसी हमलोंका आज छठा दिन है। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि रूसी सेना ने यूक्रेन की राजधानी कीव के उत्तरी इलाके, दूसरे शहर खारकीव और चेर्निहाइव में हमले तेज कर दिया हैं और घनी आबादी वाले इलाकों में तोप से गोले बरसा रहे हैं। रूसी हमले में 70 यूक्रेनी सैनिकों की मौत हो गई है। इस बीच, भारत ने आज अपने सभी नागरिकों से यूक्रेन की राजधानी कीव को तत्काल छोड़ने का आग्रह किया है।
रूसी हमले के बाद पांच दिनों में करीब साढ़े तीन लाख यूक्रेनी शरणार्थियों ने पड़ोसी देश पोलैंड में शरण ली है। पोलैंड के उप गृह मंत्री ने मंगलवार को कहा कि रूसी आक्रमण के बाद से लगभग 350,000 लोग यूक्रेन से पोलैंड में प्रवेश कर चुके हैं।
उधर, यूरोपीय संघ (ईयू) ने रूस पर कड़े प्रतिबंधों को आगे बढ़ाते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता, रूस के कुलीन वर्ग और पत्रकारों पर भी यात्रा प्रतिबंध लगा दिया है।
उधर, बीती रात संयुक्त राष्ट्र महासभा में यूक्रेन पर रूसी हमलों के खिलाफ बुलाई गई महासभा की विशेष बैठक में यूएन महासचिव एंटोनिओ गुटेरस ने युद्धविराम और सैनिकों की तुरंत वापसी का आह्वान किया है। गुटेरस ने कहा कि यूक्रेन में लड़ाई बंद होनी चाहिए। यूएन प्रमुख ने कहा, ''हम यूक्रेन के लिए तो त्रासदी झेल ही रहे हैं, साथ में यह एक बड़ा क्षेत्रीय संकट है और इसका प्रभाव विनाशकारी है।''
रूस-यूक्रेन संघर्ष के चलते बढ़ते संकट के बीच सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के विशेष आपातकालीन सत्र के दौरान दोनों देशों ने एक-दूसरे पर निशाना साधा। एक तरफ कीव ने संयुक्त राष्ट्र से आह्वान किया कि मॉस्को उसके खिलाफ जारी आक्रामकता को रोके, तो दूसरी तरफ, रूस ने जोर दिया कि उसने शत्रुता की शुरुआत नहीं की और वह युद्ध को समाप्त करना चाहता है। यूएनजीए ने कल आपातकालीन विशेष सत्र में यूक्रेन पर रूसी हमले के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पर चर्चा हुई। इस दौरान रूस ने यूक्रेन पर हमले का बचाव किया।
यूक्रेन में भारतीय दूतावास की ताजा एडवाइजरी में कहा गया है, छात्रों सहित सभी भारतीय नागरिकों को आज तत्काल कीव छोड़ने की सलाह दी जाती है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने में मदद करने के लिए हंगरी के बुडापेस्ट जा रहे हैं। अब तक यूक्रेन से भारत कुल 1922 लोग लौट चुके हैं।