जिनेवा: पाकिस्तान पर आतंकवाद को शह देने के आरोप लगते रहे हैं। पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) और गिलगित बाल्टिस्तान के राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने स्विट्जरलैंड के जिनेवा में स्थित संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के कार्यालय के बाहर पाकिस्तान के खिलाफ कई विरोध प्रदर्शन किए। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आतंकवादी शिविरों को खत्म करने की मांग की।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के कार्यालय के बाहर राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने कई विरोध प्रदर्शनाें के जरिये पाकिस्तान के खिलाफ आवाज बुलंद की। इस दौरान राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने कभी लाउडस्पीकर के जरिये अपनी बात रखी तो कभी पोस्टर लहराए। राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों में पाकिस्तान का विरोध करने वाले पोस्टर ले रखे थे। जिनमें पाकिस्तान को अपने कब्जे वाले कश्मीर में पर्वतों की चोटियों पर कब्जा करने और जमीन छीनने से रोकने के लिए कहा गया।
साथ ही प्रदर्शन के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ पत्रकारों पर अत्याचार करने और उनकी हत्याओं को बंद करने की मांग करने वाले पोस्टर लहराए गए।
उन्होंने पाकिस्तान से आतंकी शिविरों को नष्ट करने की मांग की. साथ ही पाकिस्तान के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई।
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे को उठाया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि जो देश आतंकवाद को पॉलिटिकल टूल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि आतंकवाद उनके लिए भी बड़ा खतरा है।