कराची: पाकिस्तान के थार इलाके में 16 साल की हिंदू लड़की का अपहरण कर जबरन धर्मांतरण कराने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। हिंदू समुदाय ने राज्य सरकार और पुलिस की चुप्पी को लेकर शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया। डॉन अखबार के मुताबिक, सिंध प्रांत वानहारो गांव के सैय्यद समुदाय के कुछ युवकों ने रविता मेघवार का छह जून को अपहरण कर लिया। गुरुवार को नवाज अली शाह नाम का उमरकोट जिले में रविता को लेकर सामने आया और खुद को उसका पति बताया। उसने खुलासा किया कि रविता ने इस्लाम धर्म कबूल करने के बाद उससे निकाह कर लिया है। रविता को भी शुक्रवार मीडिया के समक्ष पेश किया गया। रविता ने अपहरण से इनकार करते हुए कहा कि वह अपनी मर्जी से नवाज के साथ भागी थी और उससे निकाह किया है। हालांकि विवाह प्रमाणपत्र में उसकी उम्र 18 बताई जा रही है, जबकि अभी वह 16 साल की है। रविता के प्राइमरी स्कूल प्रमाणपत्र में भी उसकी जन्मतिथि 14 जुलाई 2001 है। हिंदू विवाह कानून के अनुसार, 18 साल से कम उम्र की लड़की का धर्मांतरण और शादी नहीं कराई जा सकती। हालांकि लड़की के परिवारवालों ने पुलिस के समक्ष हंगामा किया। रविता के पिता सतराम दास ने कहा कि उनके परिवार को नींद की गोलियां खिलाने के बाद मुस्लिम युवक उनकी बेटी को जबरन साथ ले गए।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। पीएमएल-एन के नेता और हिंदू परिषद के प्रमुख रमेश कुमार वैंकवानी ने घटना पर चिंता जताई है। उन्होंने लड़की को कोर्ट में पेश होकर बयान देने की मांग की है। हालांकि दबाव के बाद पुलिस ने चार युवकों के खिलाफ केस दर्ज किया है और लड़की को बरामद करने की कोशिश कर रही है।