कायरो: खूंखार आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के सरगना बकर अल-बगदादी ने गठबंधन सेना से चल रहे युद्ध में अपनी हार स्वीकार कर ली है। इराकी मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, इराक के मोसुल शहर में इराकी, कुर्द और अमेरिकी सैनिकों की गठबंधन सेना से घिरा बगदादी पूरी तरह हताश हो चुका है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, बगदादी ने अपने लड़ाकों से कहा है कि वो या तो इराक से भाग जाएं या आत्मघाती हमला करके अपनी जान दे दें। मोसुल इस्लामिक स्टेट के आतंकियों का आखिरी गढ़ है। इराक न्यूज की बुधवार की रिपोर्ट के अनुसार, बगदादी ने अपने लड़ाकों को दिए एक विदायी स्टेटमेंट में कहा है कि भागकर इराक और सीरिया के पहाड़ी इलाकों में छिप जाओ। बगदादी के भाषण का स्टेटमेंट बांटा भी गया है जिसे दूसरे इलाकों में लड़ रहे आतंकियों को पढ़ कर सुनाया जाएगा। इन निर्देशों में कहा गया है कि इराकी सेना से बुरी तरह घिर चुके आईएस आतंकियों को खुद को आत्मघाती हमलावरों की तरह उड़ा देना चाहिए। मोसुल में अपने पैर उखड़ते देख बगदादी के वरिष्ठ कमांडर सीरिया और इराक की सीमा की तरफ भागने की कोशिश कर रहे हैं। इराकी सेना ने 19 फरवरी को पश्चिमी मोसुल को इस्लामिक स्टेट के चंगुल से आजाद कराने के लिए नए सिरे से हमला किया था। इराकी सरकार ने जनवरी में घोषणा की थी कि तीन महीने की कड़ी लड़ाई के बाद पूर्वी मोसुल पर दोबारा नियंत्रण हासिल कर लिया गया है।
इस्लामिक जिहादी संगठन इस्लामिक स्टेट 2014 में तेजी से उभरा। इस आतंकी संगठन ने देखते ही देखते दो सालों में इराक और सीरिया के बड़े भूभाग पर कब्जा कर लिया। आईएस के सरगना बगदादी ने खुद को खलीफा घोषित कर दिया। आईएस ने दुनिया के सभी गैर-मुस्लिम देशों के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी। इस्लामिक स्टेट से जुड़े या प्रेरित हमलावरों ने यूरोप, अमेरिका, एशिया के कई देशों में जानलेवा हमले किए और सैकड़ों लोगों की जान ले ली।