वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि वह अपने देश को कट्टरपंथियों का अभयारण्य नहीं बनने देंगे। उन्होंने इस्लामिक स्टेट को खत्म करने के लिए मुस्लिम जगत के मित्रों समेत अन्य सहयोगियों के साथ काम करने का संकल्प जताया। कांग्रेस के अपने पहले संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि अमेरिकी नागरिकों की सेवा करना और उनकी रक्षा करना उनका दायित्व है। ट्रम्प ने कहा, ‘वादे के अनुसार मैंने रक्षा विभाग को आईएसआईएस को खत्म करने की योजना बनाने का निर्देश दिया है- बर्बर और अधर्मी लोगों का ऐसा नेटवर्क जिसने मुस्लिमों, ईसाई और सभी धर्मों और मतों के पुरूषों, महिलाओं और बच्चों की हत्या की है।’ उन्होंने कहा, ‘अपने ग्रह से इस दुश्मन को खत्म करने के लिए हम मुस्लिम जगत के अपने दोस्तों समेत अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर काम करेंगे।’ अपने सख्त आव्रजन नीति का बचाव करते हुए उन्होंने कहा, ‘हम अमेरिका में आतंकवाद की मोर्चाबंदी की इजाजत नहीं दे सकते। हम अपने देश को कट्टरपंथियों का अभयारण्य नहीं बनने देंगे।’ उन्होंने कहा, ‘कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद से हमारे देश को बचाने के लिए भी हम कड़े कदम उठा रहे हैं।’ न्याय विभाग की ओर से उपलब्ध कराये गये आंकड़ों के अनुसार 9/11 के बाद से आतंकवाद के मामलों में दोषी ठहराये गये लोगों में बड़ी संख्या में वैसे लोग शामिल हैं जो अमेरिका के बाहर से आये थे।
ट्रंप ने कहा, ‘हम सद्भाव और स्थिरता चाहते हैं, युद्ध या संघर्ष नहीं। हम शांति चाहते हैं।’