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वाशिंगटन: अमेरिका के एक शीर्ष कमांडर ने कहा है कि भारत-एशिया प्रशांत क्षेत्र में रूस और चीन अमेरिका के लिए चुनौती उत्पन्न करते हैं। कमांडर ने साथ ही कहा कि अमेरिका इन देशों के साथ कोई संघर्ष नहीं चाहता। अमेरिकी प्रशांत कमांड या पीएसीओएम के कमांडर एडमिरल हैरी हैरिस ने कहा, ‘मेरे सहित कोई भी संघर्ष नहीं चाहता। मैंने अक्सर कहा है कि मैं सहयोग को प्राथमिकता देता हूं ताकि हम सम्मिलित रूप से अपनी साझा सुरक्षा चुनौतियों का समाधान कर सकें।’ उन्होंने ‘द व्यू फ्रॉम द इंडो-एशिया पैसिफिक’ विषय पर अपने संबोधन में कहा कि अमेरिका को भारत-एशिया प्रशांत क्षेत्र में रूस और चीन की ओर से चुनौती मिल रही है। उन्होंने कहा कि इनमें से कोई भी उन समझौतों का सम्मान करता प्रतीत नहीं हो रहा जो उन्होंने इसको लेकर किये हैं। उन्होंने कहा, ‘रूस और चीन दोनों को चयन करना होगा। वे नियम आधारित सुरक्षा आदेश का अनादर चुन सकते हैं जिससे उनके सहित सभी देशों को दशकों तक लाभ हुआ है या वे जिम्मेदार हितधारक के तौर पर उसमें योगदान कर सकते हैं। मैं बाद वाले की उम्मीद करता हूं लेकिन मुझे पहले वाले के लिए तैयार रहना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘यद्यपि मैं इसको लेकर बिल्कुल स्पष्ट रहा हूं कि हम साझा प्रक्षेत्र को एकपक्षीय तौर पर बंद नहीं करने देंगे। मैंने यह पहले भी कहा है, लेकिन उसे अब दोहराना सही है। हम वहां सहयोग करेंगे जहां हम कर सकते हैं लेकिन हम वहां सामना करने के लिए तैयार रहेंगे जहां हमें यह करना चाहिए।’

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