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वाशिंगटन: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने योग्यता आधारित आव्रजन प्रणाली का समर्थन करते हुए कहा है कि यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन को लाभ पहुंचाएगी। ट्रंप के इस विचार का भारतीय आईटी पेशेवर और उद्यमी स्वागत करेंगे। व्हाइट हाउस ने इस आशय की जानकारी दी। व्हाइट हाउस के वरिष्ठ नीति सलाहकार स्टीफन मिलर ने एनबीसी न्यूज को बताया, ‘राष्ट्रपति ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनका मानना है कि योग्यता आधारित प्रणाली होनी चाहिए, जिसके तहत देश में आने वाले लोग हमारी अर्थव्यवस्था के विकास के लिए आर्थिक तौर पर विभिन्न प्रकार के लाभ लेकर आएं और सभी के रोजगार में वृद्धि के लिए मदद करें।’ अमेरिका में भारतीय आईटी पेशेवरों और उद्यमियों को सिर्फ अमेरिकी अर्थव्यवस्था को समृद्ध बनाने के लिए ही नहीं, बल्कि रोजगार सृजन के लिए भी जाना जाता है। हालांकि मिलर ने यह भी कहा कि कोई भी कानूनी आव्रजन व्यवस्था अमेरिकी कर्मचारियों को विस्थापित न करे और ‘धोखाधड़ी’ नहीं होनी चाहिए। एच-1बी वीजा प्रणाली के खिलाफ ये दो आरोप अकसर लगते रहे हैं। अमेरिकी सांसद, संघीय नेता और ट्रंप प्रशासन के शीर्ष अधिकारी इस वीजा प्रणाली पर लगातार हमला बोलते रहे हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘हम एक कानूनसंगत आव्रजन प्रणाली लेकर आएंगे। हम अपने देश को समृद्ध बनाएंगे और लाभांवित करेंगे।’

मिलर ने कहा, उनका मानना है कि अमेरिका में ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए, जो पहले अमेरिकियों को रोजगार देती हो।

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