रावलपिंडी: पाकिस्तान के नवनियुक्त सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने आज अपने सैनिकों को संबोधित करते हुए पहली बार कश्मीर मुद्दा उठाया और उनसे नियंत्रण रेखा पर भारत द्वारा किसी भी संघर्ष विराम उल्लंघन का ‘पूरी ताकत से’ जवाब देने को कहा। उन्होंने नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम स्थलों और 10 कार्प्स रावलपिंडी का दौरा करते हुए कहा, ‘किसी भी प्रकार के हर उल्लंघन का सबसे असरदार तरीके से पूरी ताकत से जवाब दिया जाना चाहिए।’ सेना की मीडिया शाखा ‘इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस’ (ईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि ‘भारतीय सैनिकों द्वारा हालिया उल्लंघनों और बढ़ते तनाव तथा पाकिस्तान के अपने जवाब को लेकर बाजवा को नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया गया। डान ने खबर दी कि उन्होंने कहा कि भारत के ‘आक्रामक रूख’ का उद्देश्य विश्व का ध्यान कश्मीर में भारतीय सैनिकों द्वारा किये जा रहे ‘अत्याचार’ से हटाना है। बाजवा ने इस सप्ताह सेना प्रमुख का पदभार संभालने के बाद कश्मीर मुद्दे पर अपने पहले सार्वजनिक बयान में कहा कि स्थायी क्षेत्रीय शांति हासिल करने कश्मीर मुद्दे का हल कश्मीरी जनता की महत्वाकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुरूप सुलझाया जाएगा। उन्होंने नियंत्रण रेखा पर ‘बिना उकसावे के भारत की गोलीबारी’ को दिये गये ‘करारे जवाब’ की प्रशंसा की और सैनिकों से हर समय सर्वोच्च स्तर की निगरानी रखने को कहा।
बाजवा का बयान ऐसे समय आया है जब पीओके में आतंकी ठिकानों पर भारत के लक्षित हमले और उरी में सेना के आधार शिविर पर आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में तनाव है।