हवाना: क्यूबा के सैकड़ों स्कूलों, अस्पतालों और सार्वजनिक भवनों में लोगों ने कम्युनिस्ट नेता फिदेल कास्त्रो की मौत के बाद क्रांति को बचाए रखने के लिए ‘औपचारिक शपथ’ पर हस्ताक्षर किया। शोक पुस्तिका में संदेश लिखने के अलावा क्यूबा के लोगों को कास्त्रो द्वारा सन 2000 के एक भाषण में परिभाषित किए गए ‘क्रांति की अवधारणा’ को समर्थन देने के लिए बुलाया गया था। इसके छह साल बाद, बीमारी के कारण कास्त्रो ने अपने भाई राउल कास्त्रो को सत्ता सौंप दी थी। कास्त्रो के मरने के तीन दिन बाद क्यूबाई लोगों ने ‘शपथ’ पर हस्ताक्षर किए। इसमें लिखा था, ‘हम इन विचारों के लिए लड़ते रहेंगे। हम शपथ लेते हैं।’ हवाना के एक स्कूल में सेवानिवृत्त कर्नल रिगोबर्तो सेरोलियो ने कहा, ‘हस्ताक्षर इस समाजवादी क्रांति को अपरिवर्तनीय बनाने की क्यूबा के लोगों की इच्छा प्रदर्शित करते हैं।’ देश भर में शपथ पर हस्ताक्षर करने के लिए लोग कतारों में खड़े रहे। इस बीच, हजारों की संख्या में लोग कास्त्रो को श्रद्धांजलि देने के हवाना के रिवोल्यूशन स्कवायर पर इकट्ठा हुए, जहां कास्त्रों का स्मारक बनाया गया है।
क्रांति को बचाने के लिए क्यूबा के लोगों ने शपथ पर हस्ताक्षर करके किया कास्त्रो को अलविदा
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