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इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने भारत की ओर से संघर्ष विराम के कथित उल्लंघन पर आज (शनिवार) संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देशों (पी ५) के दूतों को जानकारी देने के दौरान कहा कि भारत का शत्रुतापूर्ण रूख क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा है और इससे रणनीतिक गलती हो सकती है। विदेश कार्यालय ने यहां बताया कि विदेश मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज ने पी 5 देशों ..अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस..के दूतावासों के प्रमुखों को नियंत्रण रेखा और ‘वर्ग बाउंड्री’ पर बगैर उकसावे के भारतीय बलों द्वारा कथित तौर पर संघर्ष विराम उल्लंघन जारी रखने के बारे में जानकारी दी। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने एक बयान में बताया कि चीन, फ्रांस, रूस और ब्रिटेन तथा अमेरिका के प्रतिनिधियों को विदेश मंत्रालय में जानकारी दी गई। अजीज ने कहा कि भारत का शत्रुतापूर्ण रूख क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरा है तथा इससे रणनीतिक गलती हो सकती है। उन्होंने 23 नवंबर को नीलम घाटी में यात्रियों को ले जा रही एक बस पर हुए हमले की सख्त निंदा की। इसे 2003 के संघर्ष विराम और अंतरराष्ट्रीय कानून तथा अंतरराष्ट्रीय मानवता कानून का पूरा उल्लंघन बताया। अजीज के हवाले से बताया कि भारतीय बलों ने एंबुलेंसों पर भी हमला किया जो राहत के लिए मौके पर आ रही थी। रिहाइशी इलाकों को जानबूझ कर निशाना बनाना निंदनीय है और इसकी अवश्य जांच होनी चाहिए।

उन्होंने भारत की ओर से विशेष तौर पर पर पिछले दो महीनों के दौरान एलओसी और ‘वर्ग बाउंड्री’ पर कथित तौर पर संघर्ष विराम का लगातार उल्लंघन किये जाने का जिक्र किया। इसमें 45 से अधिक नागरिक मारे गए हैं और 139 अन्य घायल हुए हैं। पाक का कहना है कि कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघनों से अंतरराष्ट्रीय जगत का ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। कार्यालय ने यहां बताया कि अजीज ने एलओसी पर तनाव बढ़ने और भारत की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन किए जाने के बारे में संरा सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देशों के विदेश मंत्रालयों को पत्र भी भेजा है। इसने बताया कि इन पत्रों की प्रतियां दूतावास प्रमुखों को भी सौंपी गई है।

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