वाशिंगटन: अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने सीरिया में शांति वार्ता अस्थायी रूप से रकने के बाद मॉस्को और दमिश्क पर आरोप लगाया है कि वे सीरिया में जारी युद्ध का राजनीतिक नहीं बल्कि सैन्य समाधान चाहते हैं। केरी ने बुधवार को शांति वार्ता रुक जाने और सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के कट्टर सहयोगी रूस के यह संकल्प लेने के बाद कड़े शब्दों में यह टिप्पणी की कि उसके विवादास्पद हवाई अभियान में कोई कमी नहीं आएगी। उन्होंने एक बयान में कहा कि रूसी हवाई हमलों के समर्थन से सीरियाई सरकारी बलों के विरोधियों के कब्जे वाले इलाकों पर हमले जारी हैं और शासन एवं सहयोगी देशों के मिलिशिया द्वारा लाखों नागरिकों की घेरेबंदी भी नहीं रूकी है। इनसे राजनीतिक के बजाए सैन्य समाधान चाहने के उनके इरादे का स्पष्ट संकेत मिलता है।
इससे पहले अमेरिका और फ्रांस ने सीरिया के अलेप्पो के आसपास रूसी बमबारी की निंदा की थी और केरी ने इस बमबारी को तत्काल बंद करने की पुन: अपील की। केरी ने सीरियाई शासन और उसके समर्थकों का जिक्र करते हुए कहा कि मौजूदा प्रतिबद्धताओं का पालन करना और सीरियाई संकट के शांतिपूर्ण समाधान को समर्थन देने के उनके इरादों में अंतरराष्ट्रीय समुदाय का विश्वास बहाल करना उनके लिए बीते समय की बात हो गई है। केरी ने कहा कि (वार्ता में) इस अल्पविराम के दौरान विश्व को एक दिशा में दबाव बनाने की आवश्यकता है और वह है, सीरियाई लोगों की पीड़ा एवं दमन को रोकना और इस संघर्ष को खींचने के बजाए बंद करना। इस बीच, अमेरिका ने अलेप्पो में और इसके आसपास रूसी हवाई हमलों की निंदा करते हुए कहा है कि ये हमले विपक्षी समूहों एवं नागरिकों को निशाना बनाकर किए गए और ये शांति स्थापित करने के प्रयासों को नुकसान पहुंचाने वाले हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा 25 फरवरी तक के लिए शांति वार्ता अस्थायी रूप से रोकने के बाद कहा कि यह देखना मुश्किल है कि जिस शांति प्रक्रिया को अपनाने की अब कोशिश की जा रही है, उसमें असैन्य स्थलों को निशाना बनाकर किए गए हमले किस प्रकार योगदान दे सकते हैं। मॉस्को ने बार बार कहा है कि वह इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह समेत सीरिया में ‘आतंकवादी संगठनों’ को निशाना बना रहा है लेकिन सीरियाई विपक्ष एवं पश्चिमी देशों का कहना है कि रूसी हमले लगभग पूरी तरह अन्य विद्रोही समूहों पर निशाना बनाकर किए गए हैं। किर्बी ने कहा कि हम अलेप्पो में और इसके आसपास और रूसी हवाई हमले देख रहे हैं। ये हमले दाएश (आईएस समूह) को निशाना बनाकर नहीं बल्कि लगभग विशेष रूप से विपक्ष को निशाना बनाकर किए गए।