वॉशिंगटन: पाकिस्तान को आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान करते हुए अमेरिका ने कहा है कि वह अपनी उन आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करके क्षेत्रीय स्थिरता कायम करने में अपना योगदान दे सकता है जो उसकी सरजमीन से उसके पड़ोसियों पर हमले करना चाहते हैं। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमारा मानना है कि पाकिस्तान उन आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई कर क्षेत्रीय स्थिरता स्थापित करने में सीधे तौर पर अपना योगदान दे सकता है जो उसकी धरती से उसके पड़ोसियों पर हमले करना चाहते हैं।’ किर्बी ने यह भी कहा कि दक्षिण एशिया में आतंकवाद से लड़ने के लिए साझा, समग्र और सहयोगपूर्ण हल जरूरी हैं। क्वेटा स्थित पुलिस अकादमी पर हमले की पृष्ठभूमि में दक्षिण एशिया में आतंकवाद से जुड़े एक सवाल पर जवाब देते हुए किर्बी ने कहा, ‘यह एक क्षेत्रीय मुद्दा है। इससे निपटने के लिए हम क्षेत्रीय देशों, क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ काम करना जारी रखने वाले हैं क्योंकि यह सभी के लिए एक साझा खतरा है। इसके लिए साझा, समग्र और सहयोगपूर्ण हलों की जरूरत होगी।’ किर्बी ने कहा, ‘हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उन लोगों के साथ हैं, जो इससे प्रभावित हुए हैं। इस बात को याद रखें कि पीड़ितों में से कई लोग पुलिस कैडेट, वे युवा थे, जो अपने नागरिकों की हिफाजत करना सीख रहे थे और प्रशिक्षण ले रहे थे।
यह एक कायराना, घातक और भयावह हमला है।’ उन्होंने कहा, ‘यह दुखद बात है कि यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के लोग आतंकवाद का शिकार बने हैं। कई सैनिक और नागरिक मारे गए हैं।’ उन्होंने कहा कि अमेरिका आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ की बुराई को खत्म करने और शांति एवं स्थिरता को बढ़ावा देने के पाकिस्तान सरकार के प्रयासों में उसे समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान सरकार का ऐसे वक्त में समर्थन किया है जब क्रिकेट की दुनिया से राजनीति में आए इमरान खान ने देश में अगले माह बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने की धमकी दी है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘हम पाकिस्तान की लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुनी गई सरकार का समर्थन करते हैं। हम शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने के अधिकार का भी समर्थन करते हैं। लेकिन यह पाकिस्तान सरकार का अंदरूनी मामला है और इस पर पाकिस्तानी प्रशासन को बोलना चाहिए।’