नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कोरोना काल में जेईई और नीट की परीक्षाएं आयोजित कराने को लेकर केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ कई राज्य सरकारें नजर आ रही हैं। पश्चिम बंगाल और कांग्रेस शासित प्रदेशों के बाद अब ओडिशा सरकार भी नीट और जेईई की परीक्षा टालने के पक्ष में है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की है और इन परीक्षाओं को स्थगित करने का अनुरोध किया है। बता दें कि बुधवार को सोनिया गांधी की अगुवाई में गैर बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों संग इस मुद्दे पर बैठक हुई थी।
मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की। इस दौरान सीएम पटनायक ने पीएम मोदी से कोरोना वायरस के हालात और राज्य के कई हिस्सों में आई बाढ़ के मद्देनजर नीट और जेईई की परीक्षाएं पोस्टपोन करने का अनुरोध किया।
बता दें कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए ने मंगलवार को स्पष्ट किया था कि नीट और जेईई परीक्षा स्थगित नहीं की जाएगी और निर्धारित समय पर होगी।
एनटीए अधिकारियों ने कहा कि नीट और जेईई की परीक्षा सितंबर में ही आयोजित की जाएंगी। दरअसल, कोरोना महामारी के कारण इन परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग की जा रही है, मगर सरकार ने साफ कर दिया है कि परीक्षाएं समय पर ही होंगी।
बुधवार को हुई सोनिया गांधी और ममता बनर्जी की अगुवाई वाली गैर-बीजेपी राज्यों के मुख्यमंत्री संग बैठक में भी नीट और जेईई की परीक्षाओं पर चर्चा हुई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोविड-19 को लेकर देश में बनी स्थिति के चलते परीक्षा स्थगित कराने के लिए सुपीम कोर्ट जाने का सुझाव दिया।
इस बैठक में सात राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए थे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री नारायाणसामी, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पटेल इस बैठक में थे और इन सभी ने नीट और जेईई की परीक्षा टालने की बात कही।