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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज (मंगलवार) दावा किया कि उनकी सरकार बिना किसी भेदभाव और राजनीति के कार्य कर रही है और राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के लिए मेट्रो परियोजना मंजूर की है। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में राज्यपाल के संयुक्त संबोधन पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा का जवाब देते हुए कहा, ‘‘हमने चुनावी घोषणापत्र में किये गये वायदों को ही नहीं पूरा किया है बल्कि आवश्यकता के अनुरूप अन्य परियोजनाएं भी शुरू की हैं। मेट्रो घोषणापत्र में नहीं थी लेकिन हम स्वच्छ शहरी परिवहन व्यवस्था देने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।’’ अखिलेश ने कहा कि भाजपा के सदस्य समझ सकते हैं कि बिना किसी भेदभाव और राजनीति के हम किस तरह शहरी परिवहन व्यवस्था पर कार्य कर रहे हैं।

लखनऊ: अखिलेश सरकार ने कानपुर व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मेट्रो परियोजना को मंजूरी दे दी है। कानपुर व वाराणसी में मेट्रो रेल परियोजना का काम दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन (डीएमआरसी) मॉडल पर कराया जाएगा। परियोजना पर 50 फीसदी केंद्र व 50 फीसदी राज्य सरकार खर्च करेगी। राज्य सरकार अपनी हिस्सेदारी इक्विटी से भी एकत्र कर सकेगी। मेट्रों रेल परियोजना को गति देने के लिए विशेष प्रयोजन साधन (एसपीवी) गठन पर निर्णय मुख्यमंत्री करेंगे। कैबिनेट ने इसके लिए उन्हें अधिकृत किया है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला हुआ। राज्य सरकार लखनऊ की तरह कानपुर, वाराणसी, मेरठ व आगरा में भी मेट्रो चलाना चाहती है। इन चारों शहरों में मेट्रो के लिए सर्वे का काम पूरा हो चुका है। मेट्रो के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने की जिम्मेदारी केंद्र की अनुभवी व विशेषज्ञ संस्था राइट्स को दी गई है। राज्य सरकार इन चारों शहरों में मेट्रो रेल परियोजना पर जल्द काम शुरू कराना चाहती है। कानपुर व वाराणसी मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण, संचालन व अनुरक्षण के लिए भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय को जल्द प्रस्ताव भेजने का फैसला हुआ।

मथुरा: केंद्रीय सूक्ष्म एवं लघु उद्योग राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने यहां कहा कि जेएनयू मुद्दे पर कांग्रेस और कम्युनिस्ट छात्रों की गलतियों का बचाव कर उनको देश विरोधी गतिविधियों के लिए उकसा रहे हैं। वह यहां ग्रामीण क्षेत्र में आयोजित एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने नौहझील कस्बे में कहा कि कांग्रेस, कम्युनिस्ट और अन्य विपक्षी दल जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में देश विरोधी नारेबाजी के मामले में न केवल छात्रों को देश के खिलाफ उकसा रहे हैं, बल्कि देश को अस्थिर करने का काम भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में बहुमत होने का कांग्रेस और विपक्ष गलत फायदा उठा रहा है । वे यह नहीं समझ पा रहे कि उनकी इस प्रकार की हरकतों से और कुछ हो न हो, किंतु देश में अस्थिरता जरूर आएगी। उन्होंने जेएनयू में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ और ‘इंडिया गो बैक’ जैसे नारे लगाने वाले छात्रों की कड़े शब्दों में निंदा की।

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ अध्यक्ष की ‘देशद्रोह’ के आरोप में गिरफ्तारी को राजनीतिक षड्यंत्र करार देते हुए केन्द्र सरकार पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया। मायावती ने सोमवार को कहा कि केन्द्र की बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का घोर कट्टरवादी और अत्यंत आक्रामक एजेंडा लागू करके जेएनयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थान को एक झटके में देशविरोधी और देशद्रोही करार दे दिया है। बीएसपी अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले में जेएनयू के छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया जबकि वीडियो फुटेज में उसे कहीं भी भारत विरोधी नारेबाजी करते हुए नहीं देखा गया है। उसकी गिरफ्तारी एक राजनीतिक षड्यंत्र लगती है।

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