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महाकुंभ हादसा:अस्पतालों के बाहर खड़े परिजनों को नहीं दिया जा रहे शव

बलिया: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक की असलियत को लेकर देश में जारी सियासी बयानबाजी के बीच भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने इस पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि ऐसे हालात में सभी राजनैतिक दलों को संतुलित ढंग से अपनी बात रखनी चाहिए। भाकपा के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान ने कहा कि देश में सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर हो रही चर्चा को देखते हुए राजनेताओं तथा मीडिया को संतुलित भाषा का प्रयोग करना चाहिए। ऐसी बयानबाजी कदापि नहीं होनी चाहिए जिसका कोई दूसरा अर्थ लगाया जाए। सर्जिकल स्ट्राइक से सम्बंधित साक्ष्य के बारे में विवरण को सार्वजनिक करने की उठ रही मांग को लेकर पूछे जाने पर भाकपा नेता ने कहा कि जब देश के सभी राजनैतिक दलों ने केंद्र सरकार व सेना पर विश्वास और समर्थन जता दिया है तो ऐसे में यह मामला केंद्र सरकार पर छोड़ देना चाहिये। मालूम हो कि मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीओके में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के वीडियो फुटेज जारी करने की कथित तौर पर मांग की थी, जिसके जवाब में केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस मांग को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जहां सारा देश इस मुद्दे पर एक सुर में बोल रहा है, वहीं केजरीवाल के इस बयान ने पाकिस्तानी मीडिया और जनता को भारतीय सेना की कार्रवाई के बारे में सवाल उठाने का मौका मिल गया है।

कानपुर: उत्तर प्रदेश में कानपुर रेलवे स्टेशन के पास बुधवार सुबह तीन ट्रेन में लूट-पाट की घटना सामने आई है। प्राप्त सूचना के अनुसार, वैशाली एक्सप्रेस, लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस और एक पैसेंजर ट्रेन आउटर सिग्लन पर खड़ी थी, तभी हथियार बंद लुटेरे ट्रेन में घुस आए और यात्रियों से लूटपाट की। इस लूटपाट के दौरान सिर में चाकू लगने से घायल हुए लाला नाम के एक यात्री कहते हैं, 'मैं सो रहा था... जब मैं जागा, तो चाकुओं और बंदूकों से लैस चार लोगों को देखा।' वह बताते हैं, 'उन लोगों ने बैग, बटुये और दूसरे कीमती सामान लूट लिए। उनमें से एक लुटेरे ने मुझ पर चाकू तान रखा था और दूसरे ने मेरा बैग और मोबाइल छीन लिया।' लूटपाट की इस वारदात में कई लोग घायल भी हुए हैं। एक एक करके तीन ट्रेनों में यात्रियों से लूटपाट के बाद ये लुटेरे फरार हो गए। वहीं रेलवे पुलिस कहती है कि लुटेरों की अब तक पहचान नहीं हो पाई है। रेलवे पुलिस अधिकारी श्यामव्रत सिंह यादव कहते हैं, 'ये ट्रेनें एक पुल के पास कानपुर आउटर पर खड़ी थीं। मैंने देखा कि एक यात्री की जांघ में चाकू घोपा था।'

नई दिल्‍ली: दादरी के अखलाक मर्डर केस के एक आरोपी रवि उर्फ रॉबिन की न्‍यायिक हिरासत में मौत हो गई। अखलाक की बीफ खाने के संदेह के आधार पर भीड़ ने पीट-पीटकर हत्‍या कर दी थी। एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल सुपरिन्टेंडेंट डॉ. जे.सी. पासी ने बताया, 'उसे दोपहर करीब 12 बजे यहां बहुत बुरी अवस्था में लाया गया था। उसके गुर्दे काम नहीं कर रहे थे, ब्लड शुगर का स्तर अत्यधिक था। शाम सात बजे उसकी मौत हो गई।' उन्होंने बताया कि रवि के गुर्दे और श्वांस तंत्र काम नहीं कर रहे थे। जरचा पुलिस थाने के प्रभारी प्रदीप कुमार सिंह ने बताया, 'रवि को आज सुबह जेल से नोएडा में जिला अस्पताल ले जाया गया। फिर हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के अस्पताल लाया गया।' यह आशंका भी है कि रवि को डेंगू था। बहरहाल अस्पताल के अधिकारी कहते हैं 'चिकित्सा रिपोर्ट का इंतजार है।' हालांकि रवि के परिवार ने मामले में साजिश का अंदेशा जताया है। उनके मुताबिक उसकी जेल में पिटाई की गई और जेलर को उसकी मौत का जिम्‍मेदार ठहराया। मौत के वास्‍तविक कारणों की पड़ताल के लिए बुधवार को पोस्‍टमार्टम किया जाएगा। न्‍यायिक हिरासत में मौत होने के कारण न्‍यायिक जांच का भी गठन किया जाएगा। उल्‍लेखनीय है कि पिछले साल सितंबर में अखलाक की बीफ खाने के संदेह के आधार पर भीड़ ने पीट-पीटकर हत्‍या कर दी थी। बेटे दानिश को भी बुरी तरह पीटा गया था। उसके बाद अखलाक के परिजनों ने डर के मारे घर छोड़ दिया था और दिल्‍ली में रह रहे हैं। कुछ दिन पहले फोरेंसिक रिपोर्ट में कहा गया था कि अखलाक के घर के बाहर डस्‍टबिन में जो मीट मिला था, वह 'गोवंश' का था

इटावा (यूपी): जम्मू-कश्मीर के बारामूला हमले में बीते दिनों शहीद हुए बीएसएफ के जवान नितिन कुमार का मंगलवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद नितिन को आखिरी सलामी देने और श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए भारी संख्‍या में लोग उमड़ पड़े। नितिन यादव का अंतिम संस्‍कार आज इटावा में किया गया। अंतिम विदाई से पहले शहीद को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया। शहीद नितिन के परिवार को बेटे की शहादत पर गर्व है। इस दौरान शहीद नितिन की शहादत को सलाम करने के लिए इटावा में जनसैलाब उमड़ पड़ा। बता दें कि नितिन ने आतंकियों का मुकाबला करते हुए उन्हें सेना के कैंप में दाखिल नहीं होने दिया था, जिस वजह से उरी जैसा हमला नाकाम हो गया था। इस हमले में बीएसएफ के चार जवान जख्मी हुए। उत्तर प्रदेश के इटावा के रहने वाले नितिन महज 24 साल के थे। उनकी शहादत पर परिवार वालों और इलाके के लोगों को गर्व है। नितिन को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। कैबिनेट मंत्री व वरिष्‍ठ सपा नेता शिवपाल यादव ने आज इटावा निवासी शहीद जवान नितिन कुमार को श्रद्धांजलि दी।

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