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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के धरने में जंंतर मंतर पहुंचे पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार की नीतियों पर अपनी बात रखी और आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल लोगों को डरा रहा है। इस दौरान अखिलेश ने बिना अतीक अहमद का नाम लिए योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला।

अखिलेश यादव ने कहा कि लोगों पर जानलेवा हमला करना स्वस्थ लोकतंत्र का परिचय नहीं हो सकता। कन्नौज के सांसद ने कहा कि बुलडोजर के कल्चर को हम समाजवादी लोग कभी स्वीकार नहीं कर सकते। जो डराने वाले लोग हैं वो बहुत दिन तक सत्ता में नहीं रहते हैं।

यूपी के संदर्भ में अखिलेश ने कहा कि वहां भी बुलडोजर चलते हैं। हमने फेक एनकाउंटर देखे। देश के बड़े चैनल लाइव थे और किसी की पुलिस कस्टडी में जान चली गई। सपा प्रमुख ने कहा कि बीजेपी को जनादेश को समझ लेना चाहिए। कांवड़ को लेकर यूपी में क्या हुआ हमने देखा और सरकार को पीछे हटना पड़ेगा।

नई दिल्ली: लखीमपुर खीरी में हिंसा के मामले में जेल में बंद पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को जमानत दे दी है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट को लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में सुनवाई तेज करने और समय सीमा तय करने का निर्देश दिया है।

लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में अक्टूबर 2021 में उस समय हिंसा भड़क गई थी, जब किसान यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे का विरोध कर रहे थे। इस हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई थी। यूपी पुलिस की एफआईआर के मुताबिक, चार किसानों को एक एसयूवी ने कुचल दिया था, जिसमें आशीष मिश्रा बैठे थे। इससे पहले पिछले साल 25 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने आशीष मिश्रा को अंतरिम बेल दी थी।

9 अक्टूबर 2021 को गिरफ्तार हुए थे आशीष

आशीष को तीन कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़कने और के छह दिन बाद 9 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था।

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा रूट पर खाने-पीने की दुकानों के बाहर नेम प्लेट लगाए जाने का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। इस मामले पर सोमवार (22 जुलाई) को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स नाम के एनजीओ ने इस मामले को चुनौती देने वाली याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की थी जिसे, सुनवाई के लिए लिस्ट किया गया है।

माना जा रहा है कि 22 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस ऋषिकेश रॉय और जस्टिस एसवीएन भट्टी की पीठ इस विवादित मामले पर सुनवाई करते हुए कोई बड़ा फैसला सुना सकती है। अहम ये है कि शनिवार (20 जुलाई) को दाखिल की गई याचिका में एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स एनजीओ ने योगी सरकार के नेम प्लेट वाले आदेश को रद्द करने की मांग की है।

सर्वदलीय बैठक में भी उठा मुद्दा

संसद के बजट सत्र से पहले रविवार (21 जुलाई) को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें नेम प्लेट लगाने के योगी सरकार के फैसले  का मुद्दा भी उठा।

अमरोहा: मुरादाबाद-दिल्ली रेलखंड के अमरोहा रेलवे स्टेशन के पास कल्याणपुर रेलवे क्रासिंग पर शनिवार शाम मालगाड़ी बेपटरी हो गई। उसके आठ कंटेनर, दो टैंकर और छह ट्राली पलट गए। हादसे के कारण अप और डाउन लाइन पर यातायात रोक दिया गया है। आठ ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशन पर रोका गया है। रेलवे अधिकारी और दुर्घटना राहत ट्रेन मौके पर पहुंच गई है।

अधिकारी हादसे की कारण की जांच कर रहे हैं। दिल्ली से आ रही सदभावना एक्सप्रेस चंद सेकंड पहले ही रेलवे क्रासिंग से गुजरी थी। उसके निकलते ही अप लाइन पर मालगाड़ी के बैगन पलट गए। यदि कुछ सेकंड पहले मालगाड़ी बेपटरी होती, तो बड़ा हादसा हो सकता था। गोंडा कचहरी से गाजियाबाद जा रही मालगाड़ी के वैगन शाम करीब सात बजे अचानक पलट गए।

इससे पहले लोग कुछ समझ पाते, छह ट्राली (जिनमें कंटेनर रखे जाते हैं) सहित 16 वैगन अप और डाउन लाइन पर पलट गए। दोनों लाइन पर ट्रेन यातायात को रोक दिया गया। मुरादाबाद रेलवे मंडल मुख्यालय पर भी अफरा-तफरी मच गई।

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