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लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कथित आपत्तिजनक बयान के एक दिन बाद पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को पलटवार करते हुए कहा कि रंग अच्छा बुरा नहीं होता, नजरिया अच्छा बुरा होता है। योगी ने बृहस्पतिवार को कानपुर में एक जनसभा में सपा पर निशाना साधते हुए कहा था, “इनकी टोपी लाल है, लेकिन कारनामे काले हैं और इनका इतिहास काले कारनामों से भरा पड़ा है।”

अखिलेश ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “जनता की संसद का प्रश्नकाल। प्रश्न-लाल और काले रंग को देखकर भड़कने के क्या क्या कारण हो सकते हैं? दो-दो बिंदुओं में अंकित करें।”

रंगों का मन-मानस और मनोविज्ञान से गहरा नाता

उन्होंने लिखा, “उत्तर-रंगों का मन-मानस और मनोविज्ञान से गहरा नाता होता है। यदि कोई रंग किसी को विशेष रूप से प्रिय लगता है, तो इसके विशेष मनोवैज्ञानिक कारण होते हैं और यदि किसी रंग को देखकर कोई भड़कता है, तो उसके भी कुछ नकारात्मक मनोवैज्ञानिक कारण होते हैं।”

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मायावती को एक बार फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। वह एक बार फिर सर्वसम्मति से पांच वर्ष के लिए बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनी गईं। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने मायावती को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के लिए प्रस्ताव रखा था।

मायावती 18 सितंबर, 2003 से लगातार पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनी जा रही हैं। उन्होंने सोमवार को संन्यास लेने की खबरों का खंडन करते हुए स्पष्ट कर दिया था कि वे राष्ट्रीय अध्यक्ष बनी रहेंगी। ऐसे में मंगलवार की कार्यकारिणी में एक बार फिर उनका अध्यक्ष चुना जाना तय था।

कार्यकारिणी की बैठक में उपचुनाव पर हुआ मंथन

मंगलवार को लखनऊ में बसपा कार्यालय में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई। इसमें जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों के साथ-साथ प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को रणनीति पर भी मंथन किया गया।

लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के विधायक राजेश चौधरी द्वारा एक टीवी चैनल पर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर विवादित टिप्पणी पर प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। इस मामले पर सबसे पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जुबानी हमला बोला। फिर बसपा चीफ मायावती ने उनका आभार जताया। अब कन्नौज सांसद अखिलेश ने इस मुद्दे पर टिप्पणी की है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा- “आभार” के लिए धन्यवाद! सच तो ये है कि ये आभार उन लोगों का है जो पिछले दो दिनों से अपने मान-सम्मान की रक्षा के लिए सड़कों पर उतरकर अपना सक्रिय विरोध दर्शा रहे हैं। इस विरोध का मूल कारण है, भाजपा के एक विधायक द्वारा शोषित-वंचित समाज की एक सम्मानित भूतपूर्व महिला मुख्यमंत्री जी का सरेआम किया गया अपमान।

उन्होंने लिखा- सदियों से समाज के प्रभुत्ववादियों द्वारा किये जा रहे मानसिक-शारीरिक-आर्थिक-सामाजिक उत्पीड़न के विरुद्ध आज उपेक्षित व तिरस्कृत समाज के लोगों में यह जो नयी चेतना आई है।

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले बड़ा बयान जारी किया है। मायावती ने उन दावों पर प्रतिक्रिया दी है जिसमें कहा जा रहा था कि वह अब बसपा की बागडोर छोड़ देंगी। हालांकि उन्होंने इन सब दावों से इंकार किया है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर बसपा चीफ ने लिखा- बहुजनों के अम्बेडकरवादी कारवाँ को कमजोर करने की विरोधियों की साजिशों को विफल करने के संकल्प हेतु बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर एवं मान्यवर कांशीराम की तरह ही मेरी जिन्दगी की आखिरी सांस तक बीएसपी के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान मूवमेन्ट को समर्पित रहने का फैसला अटल।

मायावती ने लिखा- अर्थात सक्रिय राजनीति से मेरा सन्यास लेने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है। जबसे पार्टी ने आकाश आनन्द को मेरे ना रहने पर या अस्वस्थ विकट हालात में उसे बीएसपी के उत्तराधिकारी के रूप में आगे किया है तबसे जातिवादी मीडिया ऐसी फेक न्यूज प्रचारित कर रहा है जिससे लोग सावधान रहें।

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