ताज़ा खबरें
राज्यों के विकास सूचकांक और बीपीएल में विरोधाभास है: सुप्रीम कोर्ट
आयत वाली कोई चादर नहीं जलाई गई: नागपुर हिंसा पर सीएम फडणवीस
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर नौ महीने बाद पृथ्वी पर सुरक्षित लौटे
जम्मू में घुसपैठ से जुड़े मामले में 12 स्थानों पर एनआईए की छापेमारी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बलिया के रेवती थाना के दुर्जनपुर में खुली पंचायत में एक अधेड़ की हत्या किए जाने के मामले में अभी तक एक भी गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है। मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर चल रहा है। पुलिस ने नामजद 8 आरोपियों में से अभी तक बस एक को गिरफ्तार किया है। वाराणसी रेंज के एडीजी बृज भूषण ने शुक्रवार को बताया कि मामले के एक आरोपी देवेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया गया है, वो धीरेंद्र प्रताप सिंह का भाई है। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। डीआईजी आजमगढ़ और कमिश्नर आजमगढ़ बलिया में कैंप कर रहे हैं।

बता दें कि गुरुवार की दोपहर कोटे की दुकान के आंवटन के दौरान अधेड़ की हत्या कर दी गई थी। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिहं बलिया से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह का खास करीबी है। घटना से नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाके के एसडीएम और सीओ को निलंबित करने के आदेश दिए हैं। साथ ही मौके पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने को कहा है।

 

बता दें कि बलिया के दुर्जनपुर में सरकारी कोटे की दुकानों के आवंटन की कार्यवाही चल रही थी। एक चश्मदीद के मुताबिक, इलाके के एसडीएम की देख-रेख में यह काम हो रहा था। तभी आवंटन के दावेदार दो पक्षों में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों में गाली गलौज, मारपीट और ईंट पत्थर चलने लगे। इसी बीच एक पक्ष की तरफ से गोलियां चलने लगीं।

तभी बैरिया से भाजपा विधायक के करीबी भाजपा कार्यकर्ता धीरेंद्र प्रताप सिंह ने दूसरे पक्ष के जयप्रकाश पाल को गोली मार दी। जयप्रकाश पाल जमीन में गिर कर तड़पने लगे। वहां मौजूद लोगों ने उन्हें इलाके के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस गोलीकांड में क़रीब एक दर्जन लोग घायल हैं।

इलाके में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। बलिया के एसपी देवेंद्र नाथ दुबे ने इस बात की पुष्टि की है कि जयप्रकाश पाल को धीरेंद्र सिंह ने ही गोली मारी है। उनका कहना है कि हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए कई पुलिस टीमें बना दी गईं हैं जो लगातार छापेमारी कर रही हैं।

इस घटना पर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर टिप्पणी की। उनके ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट कर कहा गया कि 'उत्तर प्रदेश के बलिया की हुई घटना अति-चिंताजनक और अब भी महिलाओं और बच्चियों पर आए दिन हो रहे उत्पीड़न आदि से यह स्पष्ट हो जाता है कि यहां कानून-व्यवस्था दम तोड़ चुकी है। सरकार इस ओर ध्यान दे तो यह बेहतर होगा। बीएसपी की यह सलाह।'

 

 

 

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख