लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार लोकतंत्र मिटाओ मिशन पर पूरी तैयारी से लग गई है। असहमति और विरोध के हर स्वर को कुचलने की उसने ठान ली है। एक ओर वह नीट-जेईई की परीक्षा कराकर लाखों छात्रों की जिंदगी दांव पर लगा रही है तो दूसरी ओर भूमि विकास बैंक के चुनाव में लोकतंत्र का मखौल उड़ाने में उसे जरा भी लोकलाज नहीं है।
अखिलेश ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि भाजपा सरकार ने धोखाधड़ी से ही अपने साढ़े तीन साल काट लिए हैं। नौजवानों की जिंदगी को अंधेरे में ढकेलने के लिए वह हर सम्भव प्रयास कर रही है। उनको रोजगार देने का झांसा दिया गया। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के दौर में नीट-जेईई की परीक्षाएं कराकर उन्हें संक्रमण का शिकार बनने को छोड़ा जा रहा है जबकि क्लैट की परीक्षा टाल दी गई है। लखनऊ और प्रयागराज में जब समाजवादी नौजवानों ने इस विसंगति पर जब विरोध में आवाज उठाई तो उन पर भाजपा की राज्य सरकार ने लाठियां बरसाईं। जनता सब जानती है और वह 2022 में भाजपाई बुलेट का जवाब बैलेट से देने का मन बना चुकी है।
कन्नौज में भाजपा प्रत्याशी की अनुचित मदद
अखिलेश ने कहा कि तिर्वा कन्नौज में भूमि विकास बैंक के चुनाव में जिला प्रशासन भाजपा प्रत्याशी की अनुचित मदद करते दिखा जो समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के समर्थकों को वोट भी नहीं डालने दे रहा था। भूमि विकास बैंक सहकारिता क्षेत्र की एक प्रमुख संस्था है जो किसानों के हित में काम करती है। भाजपा इस पर कब्जा कर अब इसका अपने राजनीतिक स्वार्थ साधन में प्रयोग करना चाहती है।