नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में बृहस्पतिवार को वकील विनीत जिंदल ने याचिका दाखिल कर सपा सांसद शफीक उर रहमान बर्क व दो अन्य लोगों के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई करने की मांग की है। याचिका में अयोध्या पर आए फैसले को लेकर सपा सांसद व ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन (एआईआईए) के उच्च पदाधिकारियों पर सुप्रीम कोर्ट की अथॉरिटी को नीचा दिखाने का आरोप लगाया है।
याचिकाकर्ता विनीत जिंदल ने कहा, बर्क और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना मोहम्मद वली रहमानी और एआईआईए के अध्यक्ष साजिद रशीदी ने पिछले साल 9 नवंबर को अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट की सांविधानिक पीठ के फैसले के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है।बर्क ने बीती 6 अगस्त को बयान जारी किया था कि भाजपा और आरएसएस ने अपने पावर का इस्तेमाल कर अयोध्या मामले में फैसला अपने पक्ष में कराया और लोकतंत्र व धर्म निरपेक्षता को मार दिया। वहीं रहमानी ने पांच अगस्त को अयोध्या में हुए राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद कहा था कि बाबरी मस्जिद मंदिर तोड़कर नहीं बनाई गई थी लेकिन हो सकता है कि मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई जाए।
याचिकाकर्ता ने कहा, सार्वजनिक तौर पर इस तरह का बयान देना सुप्रीम कोर्ट की अथॉरिटी को नीचा दिखाना है और यह सीधे तौर पर अवमानना का मामला बनता है।