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लखनऊ: कानपुर एनकाउंटर मामले में उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था ने प्रेस कांफ्रेस में बताया कि दो जुलाई को बिकरू गांव में पुलिस पार्टी पर विकास दुबे के साथियों ने हमला कर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। उन्होंने सरकारी असलहा भी लूट लिया था।  इस संबंध में थाना चौबेपुर में अपराध संख्या 192/20, धारा 147, 148, 149, 302, 307, 120 बी, 415 आईपीसी व सातवें क्रिमिनल लॉ संशोधन एक्ट के तहत मामला पंजीकृत किया गया था।  मामले की जांच के लिए कई टीमें गठित की गई थीं। सोमवार देर रात एसओजी टीम, शिवराजपुर पुलिस व रेलवे बजार पुलिस द्वारा मुखबीर की सूचना पर वांछित अभियुक्त व 50 हजार के इनामी बदमाश शशिकांत को रात 2:50 बजे गिरफ्तार किया गया।

 उन्होंने बताया कि चौबेपुर के एसएचओ के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में जो भी कार्रवाई होगी, नियम व कानून के अनुसार होगी।  अभियुक्त ने बताया कि पुलिसकर्मियों से लूटा गया असलहा विकास के कहने पर उसके और विकास के घर में छिपा दिया गया था। उसकी निशानदेही पर विकास के घर से एके-47 राइफल, मय 17 कारतूस और और शशिकांत के घर से इंसास राइफल और 20 अदद कारतूस बरामद किए गए। 

बरामद की गई एक अदद एके-47 राइफल और 17 कारतूस सरकारी, एक अदद इंसास राइफल और 20 कारतूस सरकारी हैं।

एडीजी ने बताया कि इस मामले में 21 अभियुक्त नामजद थे, जिनमें से ज्ञान यादव, दयाशंकर अग्निहोत्री और शशिकांत दुबे को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी विकास दुबे समेत छह अभियुक्त एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। 11 अभियुक्तों की तलाश जारी है। वहीं दो अभियुक्त गुड्डन त्रिवेदी और सोनू जो महाराष्ट्र से पकड़े गए हैं, उन्हें रिमांड पर लेकर पुलिस यूपी आ रही है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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