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सोनभद्र: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शुक्रवार सुबह करीब 10:30 बजे सोनभद्र नरसंहार के पीड़ितों से मिलने वाराणसी पहुंच गईं। इसके बाद प्रियंका सोनभद्र के निकलीं लेकिन उन्हें वाराणसी-मिर्ज़ापुर बार्डर पर नारायणपुर में रोक दिया गया जिसके बाद कांग्रेस महासचिव सड़क पर ही धरने पर बैठ गईं। सोनभद्र जिलाधिकारी ने धारा 144 का हवाला दिया है। इसके बाद पुलिस ने उन्‍हें हिरासत में ले लिया है। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि पुलिस हमें कहां ले जा रही है, हमें नहीं पता। बता दें की प्रियंका गांधी को एक गेस्ट हाउस में ले जाया गया है। जहां से उन्हें वापस दिल्ली भेज दिया जाएगा।

बता दें कि प्रियंका गांधी वाराणसी के ट्रामा सेंटर में घायलों से मिलने के बाद सोनभद्र के घटनास्थल पर भी जाएंगी। बता दें कि 17 जुलाई को सोनभद्र के उभ्भा गांव में 112 बीघा खेत के लिए दस ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया गया। लगभग चार करोड़ रुपए की कीमत की इस जमीन के लिए प्रधान और उसके पक्ष ने ग्रामीणों पर अंधाधुन फायरिंग कर दी थी। इस हादसे में 25 अन्य लोग घायल हो गए थे।

 पहले से ही तैयार होकर आए थे हमलावर

उम्भा गांव में 112 बीघा खेत जोतने के लिए गांव का प्रधान यज्ञदत्त गुर्जर 32 ट्रैक्टर लेकर पहुंचा था। इन ट्रैक्टरों पर लगभग 60 से 70 लोग सवार थे। यह लोग अपने साथ लाठी-डंडा, भाला-बल्लम और राइफल और बंदूक लेकर आए थे।

गांव में पहुंचते ही इन लोगों ने ट्रैक्टरों से खेत जोतना शुरू कर दिया। जब ग्रामीणों ने विरोध किया तो यज्ञदत्त और उनके लोगों ने ग्रामीणों पर लाठी-डंडा, भाला-बल्लम के साथ ही राइफल और बंदूक से भी गोलियां चलानी शुरू कर दी।

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