लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा व आरएसएस की राजनीति की नींव नफरत और छलकपट पर आधारित है। समाज को तोड़ने और भाई-भाई में बंटवारा कराने में इन्हें महारत हासिल है। नफरत का जहर फैलाकर सत्ता का अपहरण करना उन्हें आता है। अखिलेश ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा है कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। भाजपा सरकार की प्रशासन पर पकड़ न होने से अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। राजनीतिक विद्वेषवश एक पार्टी विशेष पर भाजपा का कहर खासतौर पर टूट रहा है। जनता के दुखदर्द की चिंता किसी को नहीं है। इतने बुरे हालात प्रदेश में कभी नहीं रहे। अब तो उत्तर प्रदेश में अराजकता की स्थिति है।
उन्होंने कहा कि 30 मई से 5 जून तक सपा के आठ प्रमुख कार्यकर्ताओं की हत्या हो गई। इसमें समाज विशेष को गिनें तो दो दर्जन लोगों से ज्यादा हत्याएं हो चुकी हैं। जाति विशेष के प्रति प्रशासन की उत्पीड़नकारी नीतियों से कई परिवार पुलिसिया तांडव के शिकार हुए हैं।
उन्होंने कहा कि कोई ऐसा जिला नहीं बचा जहां चुन-चुनकर एक जाति विशेष को निशाना न बनाया गया हो। ऐसे लगभग दो दर्जन से ज्यादा ही परिवार होंगे। प्रदेश में अपराधों की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। सुल्तानपुर में एलएंडटी फाईनेसिंयल सर्विसेज के अधिकारी को गोली मारकर 16 लाख की लूट के अलावा वाराणसी के तिलमापुर गांव से तीन बच्चियों का अपहरण हो गया।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार को विकास न करना था, न करने की उनकी कभी इच्छा रही है। समाजवादी सरकार ने जो किया उस पर लीपापोती कर अपना नाम दर्ज कराना ही उन्हें आता है। लेकिन जनता जान गई है कि संविधान की शपथ लेनेवाली भाजपा सरकार संविधान के विपरीत ही आचरण करती है। भाजपा का लोकतंत्रीय व्यवस्थाओं में कतई विश्वास नहीं है। जनता की आवाज को समाजवादी पार्टी सदन से सड़क तक उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।