लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने तीन तलाक मामले में सर्वोच्च न्यायालय के आए फैसले का स्वागत किया, लेकिन कहा कि अब केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह आरएसएस के 'गुप्त एजेंडे' की राजनीति किए बिना समय सीमा के भीतर कानून बनाए. मायावती ने अपने बयान में कहा, "देश में तीन तलाक के मामले में व इसकी आड़ में मुस्लिम महिलाओं का वर्षों से जो शोषण व उत्पीड़न हो रहा था, उसके मद्देनजर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का बसपा दिल से स्वागत करती है। वैसे तो सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का संविधान पीठ द्वारा बारीकी से अध्ययन किया जाना बाकी है, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय की पांच जजों की संविधान पीठ ने 3:2 के बहुमत के फैसले से तीन तलाक को असंवैधानिक करार देकर इस पर पाबंदी लगाते हुए केंद्र सरकार से इस संबंध में छह महीने के भीतर कानून बनाने के लिए कहा है, जिसका समय से अनुपालन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "न्यायालय का मानना है कि यह अच्छा होता कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड खुद ही पूरी तत्परता के साथ तीन तलाक के मामले में कार्यवाही करता। न्यायालय का यह भी मानना है कि इस बुराई की रोकथाम के लिए जितनी तत्परता से इस पर कार्रवाई की जानी चाहिए थी, वह नहीं की गई. इसी कारण न्यायालय को ऐसा हस्तक्षेप करना पड़ा है।
तीन तलाक पर आरएसएस की राजनीति बिना कानून बनाए केंद्र : मायावती
- Details
- Category: उत्तर प्रदेश
powered by social2s
- देश
- प्रदेश
- आलेख
- भारत ने बांग्लादेश के उच्चायुक्त को बयानबाजी के मुद्दे पर किया तलब
- 'जो व्यक्ति इतिहास में रहता है- वो वर्तमान का क्या करेगा निर्माण': खड़गे
- विपक्षी दलो ने भारतीयों के निर्वासन के अमेरिकी तरीके पर उठाए सवाल
- पीएम मोदी बोले- "कांग्रेस सरकार की नाकामी पर हिंदुओं ने गाली सुनी"
- भारतीयों संग अमेरिकी र्दुव्यवहार पर हंगामा, लोकसभा कल तक स्थगित
- भारतीय प्रवासियों के साथ अमेरिकी व्यवहार पर जवाब दें पीएम: प्रियंका
- अमेरिका ने भारतीयों को किया डिपोर्ट - हथकड़ी लगा संसद पहुंचा विपक्ष
- जनगणना में विलंब से सामाजिक 'नीतियों-कार्यक्रमों' को नुकसान: कांग्रेस
- गाजा पर ट्रंप का प्रस्ताव अस्वीकार्य, मोदी सरकार रुख स्पष्ट करे: कांग्रेस
- सी-17 अमेरिकी सैन्य विमान से अवैध भारतीय प्रवासियों को वापस भेजा
- दिल्ली चुनाव सबसे बड़ी दो जीत विरासत की लड़ाई लड़ रहे चेहरों को मिली
- दिल्ली चुनाव में कई सीटों पर 'नोटा' से भी कम रहा हार-जीत का अंतर
- 'दिल्ली हुई आप-दा मुक्त, विकास-विजन-विश्वास की जीत': पीएम मोदी
- 'आप' सत्ता से हुई बेदखल, बीजेपी ने 27 साल बाद जीता दिल्ली का चुनाव
- पूर्व सीएम केजरीवाल ने हार स्वीकारी, जीत के लिए बीजेपी को दी बधाई
- दिल्ली का जनादेश हम विनम्रता से स्वीकार करते हैं : राहुल गांधी
- दिल्ली में "आप" की हार पूरे विपक्ष के लिए झटका: योगेंद्र यादव
- मिल्कीपुर उपचुनाव में बीजेपी ने 61,710 मतों से जीत का परचम लहराया
- दिल्ली की 70 सीटों पर काउंटिंग जारी: बीजेपी को मिला प्रचंड बहुमत
- पंजाब पुलिस ने अवैध प्रवास की जांच के लिए एसआईटी का किया गठन
- अमेरिका में रह रहे अवैध भारतीय प्रवासियों से जुड़े यक्ष प्रश्न
- दिल्ली यानि "मिनी इंडिया" का चुनाव बना 'पीएम मोदी बनाम केजरीवाल'
- अमेरिका को दुनिया की ‘बिटकॉइन महाशक्ति’ बनाएंगे डोनाल्ड ट्रंप
- नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप का शपथ समारोह: "शी से यारी...मोदी से दूरी"!
- पीएम मोदी को लेना चाहिए भारत रत्न सम्मान
- शालीनता की प्रतिमूर्ति डॉ मनमोहन सिंह, बेवाक करते थे पत्रकारों से चर्चा
- दिल्ली चुनाव में बीजेपी अपने एनडीए सहयोगियों संग किस्मत आजमाएगी
- अमेरिका में एक ऐसा राज्य जो दूसरे देशों के लोगों के लिए है धनकुबेर!
- महाराष्ट्र और झारखंड़ चुनाव नतीजे तय करेंगे पीएम मोदी का भविष्य
- इंडोनेशिया में नई वीजा पॉलिसी के बाद विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ी