लखनऊ: राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद की सुनवाई इन दिनों सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। इस बीच उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने इस मामले में अहम बयान दिया है। शिया बोर्ड ने सोमवार को कहा कि 16वीं शताब्दी की शुरुआत में बाबर सेनापति ने मंदिरों के बीच में मस्जिद का निर्माण कराया था और यहीं से हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच विवाद की नींव रखी गई। बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने यहां एक बयान में कहा, 'मीर बाकी बाबर की सेना का कमांडर था। वह शिया था और उसे हिंदुओं की भावनाओं के खिलाफ मुगल सेना का इस्तेमाल किया और 1528-29 में मंदिरों के बीच में एक बड़ी मस्जिद बनवाई। उसने झगड़े की जड़ पैदा करने का काम किया।' बोर्ड का यह बयान सुप्रीम कोर्ट में उसकी ओर से दिए गए उस हलफनामे के बाद आया है, जिसमें उसने कहा था कि मस्जिद को अयोध्या में विवादित भूमि से पर्याप्त दूरी पर मुस्लिम बहुत इलाके में बनाया जा सकता है।
यही नहीं बोर्ड ने 8 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट को सौंपे हलफनामे में यह भी कहा कि बाबरी मस्जिद की जमीन उसकी संपत्ति है और इस जमीन से संबंधिव विवाद के निपटारे का अधिकार उसे ही है।