लखनऊ: गोरखपुर हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरी संवेदना उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने बच्चों को खोया है। उन्होंने कहा कि इंसेफेलाइटिस से निपटना बड़ी चुनौती है। सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर हादसे से निपटने के लिए भारत सरकार मदद कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री अनुप्रिया पटेल और स्वास्थ्य सचिव को गोरखपुर भेजा है। उन्होंने कहा, मैंने खुद मंत्रियों को वहां भेजा और पता करने का आदेश दिया था कि वह पता करें के बच्चों की मौत किस वजह से हुई है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन से मौत एक जघन्य कृत्य है और इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने कहा कि ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने पर कंपनी की भूमिका की जांच चीफ सेक्रेटरी कर रहे हैं और वह एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, हर जगह के अलग-अलग आंकड़े हैं। सीएम ने आगे कहा, 'क्या ऑक्सीजन की सप्लाई रुकने से मौत हुई हैं? सही आंकड़ा क्या है? हमने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।
अगर ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हुई है तो आपूर्तिकर्ता के खिलाफ कार्रवाई होगी। सप्लायर की भूमिका की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है। सप्लायर को 8 वर्ष का ठेका पिछली सरकार ने दिया था। हम सभी तथ्यों को रख पाएं तो बेहतर होगा। '