सहारनपुर: बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज (शनिवार) यहां कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा और नरेन्द्र मोदी ने उतर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश की जनता को प्रलोभन झूठे वादे करके गुमराह किया था। मायावती ने चुनावी रैली में कहा कि विदेशों से कालाधन वापस लाकर हर गरीब के खाते में 15 रूपये डालने का वादा किया और कर्ज में डूबे किसान के कर्ज माफी का प्रलोभन दिया था जिसे देश प्रदेश की जनता समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि मीडिया एक्जिट पोल और सर्वे में भले ही बसपा की ताकत को कम आंका जा रहा है लेकिन लेकिन बसपा अपने बलबूते पर उतर प्रदेश में सरकार बनायेगी। उन्होंने कहा कि नोटबंदी ने देश के आम नागरिक की कमर तोड़ने का काम किया है। क्या मोदी बता सकते है कि नोटबंदी से कितना कालाधन इकट्ठा हुआ है और काले धन को लेकर कितने लोगों को सजा दी गई है। अपने चुनावी वादों से जनता का ध्यान बटाने के लिये ही नोटबंदी का खेल खेला गया। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि नरेन्द्र मोदी बतौर प्रधानमंत्री अब तक कोई बड़ा काम नहीं कर पाये है। उनके पूजीपति मित्र पहले से ज्यादा मालामाल हो गये है। मायावती ने आरोप लगाया कि भाजपा पूरे देश मे मजहबी माहौल बना रही है। आतंकवाद के नाम पर अल्पसंख्यकों को परेशान किया जा रहा है।
यदि किसी तरह उतर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो आरएसएस के एजेन्डे के मुताबिक आरक्षण को समाप्त करने या उसे निष्प्रभावी बनाने का काम किया जायेगा, जबकि बसपा की सरकार बनने पर अल्पसंख्यकों को अलग से आरक्षण दिलाने का काम किया जायेग। सपा को आढे हाथ लेते हुए मायावती ने कहा कि उतरप्रदेश मे कानून व्यवस्था की सच्चाई बताने को मुजफरनगर, दादरी और बुलदंशहर कांड ही काफी है। सपा के गुण्डाराज से प्रदेश की जनता त्रस्त है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बसपा की सरकार बनने पर बेरोजगार युवकों को लैपटाप नहीं बल्कि उन्हें आर्थिक सहायता दी जायेगी, गरीबो के पट्टे कब्जामुक्त होंगे, माफियाओ को जेल भेजा जायेगा। मायावती ने स्पष्ट किया कि इस बार सरकार बनने पर कोई संग्रहालय मूर्ति, स्मारक नहीं बनाया जायेगा।..अब केवल उतर प्रदेश की जनता के उत्थान और विकास का कार्य किया जायेगा। वहीं, बिजनौर में दोपहर बाद चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि भाजपा दल की सरकार बनी तो लव जिहाद, संस्कृति, राष्ट्रवाद एवं गौरक्षा के नाम पर अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनी तो तीन तलाक जैसे मजहबी मामलों में वह दखल नहीं देगी। पुत्रमोह में समाजवादी पार्टी में शिवपाल यादव का अपमान हुआ है जिससे इस दल में गुटबाजी बढ़ गयी और यह कमजोर हो गयी है इसलिए भाजपा को हराना है तो अल्पसंख्यक बसपा को वोट न दें।