लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दोनों पार्टियों की प्राथमिकताओं की संयुक्त घोषणा करने के लिए आज (शनिवार) लखनऊ में सपा-कांग्रेस गठबंधन का 10 बिंदुओं वाला एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम जारी किया है। लखनऊ के ताज होटल में साझा पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए अखिलेश और राहुल ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। दोनों नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार यूपी के विकास में बिलकुल फेल है। राहुल ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे तो बस गूगल सर्च करते हैं और लोगों को लाइन में खड़ा करते हैं। हर किसी के बाथरूम में जाकर झांकते हैं। पीेएम बस लोगों को भटकाते हैं। अगर उनको ये सब करना है तो शाम को करें। दिन में पीएम का काम करें। पीएम मोदी पर हमला करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव है, भावुक और गुस्सैल होने से नहीं चलेगा, क्योंकि इससे साबित होता है कि जमीन खिसक रही है। उन्होंने कहा कि आपको शांत और ठंडे दिमाग से काम करना होगा। पीएम के जन्मपत्री वाली टिप्पणी पर अखिलेश ने गठबंधन सरकार के दस वादें गिनाए। गठबंधन पर अखिलेश बोले कि मोदी जी दो युवाओं से डर गए हैं। चुनाव में गुस्सा नहीं करना चाहिए। बल्कि जमीन पर काम करना चाहिए। पीएम को मन की बात नहीं, बल्कि काम की बात करनी चाहिए।
वहीं राहुल गांधी ने कहा कि हम चाहते हैं कि यूपी के हर व्यक्ति को लगे कि ये मेरी सरकार है। राहुल से पूछा गया कि नरेंद्र मोदी ने कहा, कांग्रेस पार्टी के लोग अपनी हद में रहें, मेरे पास सबकी जन्मपत्री है। क्या आप इसे धमकी मानते हैं। इसके जवाब में पहले अखिलेश बोले, उन्होंने कहा कि इंटरनेट का जमाना है एक क्लिक में किसी की भी कुंडली मिल सकती है। इसके बाद राहुल ने कहा, हिंदुस्तान के सामने सबसे बड़ी कठिनाई युवाओं को रोजगार देना है। पीएम मोदी ने रोजगार देने का वादा पूरा नहीं किया। मोदी जी सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं। सात साल में सबसे ज्यादा हमारे लोग मारे गए। मोदी जी को जन्मपत्री पढ़ना और लोगों के बाथरूम में झांकना पसंद है, वो खाली वक्त में करें लेकिन देश की कठिनाइयों पर भी ध्यान दें। राहुल ने कहा कि जन्मपत्री उनके पास है और वह कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं। मौलाना बुखारी, कल्बे जव्वाद की नाराजगी के सवाल पर अखिलेश ने कहा, लखनऊ वाले मौलाना के लिए अखिलेश ने कहा, वह बहुत अच्छे हैं। उनके आसपास सुंदरता हम ही लेकर आए हैं। थोड़ी नाराजगी है उसकी वजह आप लोग बेहतर समझ सकते हैं। अभी वो बीजेपी के लिए वोट मांग रहे थे अब बसपा के लिए वोट मांग रहे हैं। और कहा, जो दिल्ली वाले मौलाना हैं वो कुछ भी कहें लेकिन अकेले में आशीर्वाद हम को ही देंगे। गठबंधन में सीटों पर उलझाव पर राहुल ने कहा, यूपी में 403 सीटें हैं इनमें 99 फीसदी सीटों में दिक्कत नहीं है। 6-7 सीटों की बात है तो उसे भी सुलझा लिया जाएगा। अखिलेश ने कहा, बीजेपी दो युवाओं से घबरा गई है। केंद्र सरकार की योजनाओं पर ठीक से खर्चा नहीं हुआ है, भाजपा के इस आरोप पर आपका क्या कहना है? केंद्र से जो पैसा आया है उसका सही इस्तेमाल हुआ। अखिलेश ने कहा, भाजपा सरकार से ज्यादा पैसा तो कांग्रेस सरकार से मिला था। साझा न्यूनतम कार्यक्रम को दोनों पार्टियों के नेताओं ने मिलकर इसे तैयार किया है। इसमें किसानों का कर्जा माफ व बिजली बिल हाफ करने के अलावा समाजवादी पेंशन योजना को भी शामिल किया गया है। जिसे दोनों पार्टियों के घोषणापत्र से लिया गया है। गठबंधन की सरकार बनने पर इन प्राथमिकताओं पर प्रदेश सरकार काम करेगी। सपा-कांग्रेस गठबंधन की 10 प्राथमिकताओं में युवाओं को रोजगार दिया जाएगा, महिलाओं को सुरक्षा दी जाएगी। समाज के कमजोर तबकों के छात्र-छात्राओं के लिए छात्रवृत्ति योजनाओं की एक नई श्रृंखला लागू की जाएगी। एससी, एसटी, ओबीसी व अल्पसंख्यक समुदाय के आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं को यूनिफार्म, जूते सहित अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। स्मार्टफोन, लैपटॉप व साइकिल वितरण जैसे कार्यक्रम भी शामिल किया गया है।