बेंगलुरु: कर्नाटक में महज ढाई दिन में ही भाजपा सरकार गिरने के बाद राज्यपाल वजुभाई वाला ने कांग्रेस-जेडीएस गंठबंधन को सरकार बनाने का न्योता दिया। यह जानकारी शनिवार को कुमारस्वामी ने पत्रकारों से बात करते हुए थी। कुमारस्वामी ने आज बताया कि जेडीएस कांग्रेस के साथ मुख्यमंत्री पद साझा नहीं करेंगी। उन्होंने बताया कि बीती रात कांग्रेस के नेताओं के साथ हुई बैठक में यह बात फाइनल कर ली गई है। कुमारस्वामी ने यह भी बताया कि राज्य में डिप्टी सीएम का पद कांग्रेस के उम्मीदवार को दिया जाएगा। कुमारस्वामी 23 मई को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। पहले खबर थी कि वह सोमवार को ही शपथ लेंगे लेकिन बाद में उन्होंने शपथ ग्रहण कार्यक्रम टाल दिया। इस कार्यक्रम में उन्होंने अन्य राज्यों के कई बड़े नेताओं को आमंत्रित किया है।
आपको याद दिला दें कि साल 2007 में भाजपा और जेडीएस के बीच सीएम पद को साझा करने की डील हुई थी। कर्नाटक में साल 2007 में भाजपा-जेडीएस गठबंधन सरकार 20 महीने बाद ही गिर गई थी। कुमारस्वामी पर सत्ता-साझाकरण समझौते का सम्मान करने में विफल रहने का आरोप भी लगा था।
उन पर आरोप लगा था कि जब भाजपा के प्रत्याशी के सीएम बनने की बारी आई तो वह मुकर गए थे, जिसके बाद भाजपा-जेडीएस गठबंधन सरकार गिर गई थी। यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी का कांग्रेस के साथ भी समान समझौता है, तो कुमारस्वामी ने इसका जवाब नकारात्मक दिया।
कर्नाटक चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस ने कुमारस्वामी की पार्टी जेडीएस को बिना शर्त समर्थन की पेशकश की थी। उसके बाद दोनों पार्टियों ने भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट और विधानसभा तक साथ साथ लड़ाई लड़ी। बीएस येदियुरप्पा ने सदन में विश्वास मत हासिल किए बिना ही अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया, जिसके बाज कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को सरकार बनाने का न्योता मिलां।
बहुमत हासिल करने में असफल भाजपा पर कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप भी लगाया गया था। वहीं, अब भाजपा ने कांग्रेस और डेजीएस गठबंधन को अपवित्र बताते हुए कहा कि ऐसी सरकारें ज्यादा दिन नहीं टिक पाती हैं।
कांग्रेस और जेडीएस के बीच साल 2004 में आखिरी बार गठबंधन हुआ था। कुमारस्वामी ने शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, उनकी मां सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, बसपा अध्यक्ष मायावती और अन्य को आमंत्रित किया है। कुमारस्वामी का शपथ ग्रहण समारोह बुधवार की दोपहर 1 बजे के बीच आयोजित किया जाएगा।