बेंगलुरू: केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने 500 और 1,000 रपए के पुराने नोटों का चलन बंद करने के सरकार के कदम को भ्रष्टचार एवं काले धन के खिलाफ ‘युद्ध’ बताते हुए आज कहा कि कुछ लोग इस वजह से इसका विरोध कर रहे हैं क्योंकि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता पचा नहीं पा रहे। उन्होंने संसद में काम ना चलने देने के लिए विपक्ष को निशाने पर लेते हुए नोट बंदी का कदम वापस लेने की किसी भी संभावना को खारिज कर दिया। नायडू ने कहा, ‘अलग अलग दलों का अलग अलग रूख है। मुझे खुशी है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू एवं अन्य इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं लेकिन कुछ लोग इसे पचा नहीं पा रहे।’ उन्होंने भाजपा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘लोगों में पचा ना पाने की समस्या शुरू से रही है। उस दिन से जब आपने (लोगों) मोदी को बहुमत दिया.. वे इसे पचा नहीं पा रहे।’
नायडू ने कहा कि कुछ लोग मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार नहीं कर पा रहे, उनकी बढ़ती लोकप्रियता को स्वीकार नहीं कर पा रहे और उन्होंने ही पुरस्कार वापसी का ‘नाटक’ शुरू किया था।