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तिरुवनंतपुरम: बढ़ते टकराव के बीच केरल सरकार ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को केरल कलामंडलम डीम्ड-टू-विश्वविद्यालय के कुलाधिपति के पद से हटा दिया है। प्रदेश में सरकार और राज्यपाल के बीच बढ़ते आमना-सामना के बाद आरिफ मोहम्मद खान को चांसलर से हटा दिया गया।

राज्य सरकार ने घोषणा की है कि वह कला और संस्कृति के क्षेत्र के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति के साथ आरिफ मोहम्मद खान को बदलने के लिए विश्वविद्यालय के नियमों में बदलाव कर रही है।

केरल सरकार की ओर से कहा गया कि राज्यपाल केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के प्रतिनिधि हैं और राज्य के डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) प्रशासन के साथ अपने रोजाना के टकराव के लिए जाने जाते हैं।

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के प्रशासन ने कहा है कि वह अब राज्य में विश्वविद्यालयों के शीर्ष पर राज्यपाल नहीं चाहता है। कुलपतियों की नियुक्ति सहित विश्वविद्यालयों के कामकाज को लेकर दोनों पक्षों के बीच मतभेद बढ़ता जा रहा था।

कोच्चि: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने सोमवार को कोच्चि में पत्रकारों के साथ बातचीत से कुछ मीडिया समूहों को बाहर कर दिया और इस फैसले की राज्य में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और विपक्षी कांग्रेस ने तीखी आलोचना की। दोनों दलों ने इस कदम को 'फासीवादी' करार दिया। खान ने सोमवार सुबह तब तक मीडिया से बात करने से साफ तौर पर इंकार कर दिया जब तक कि माकपा नियंत्रित 'कैराली न्यूज' और कोझीकोड के ‘‘मीडिया वन'' के पत्रकारों को वहां से हटा नहीं दिया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन लोगों से बात करने के लिए खुद को अब और समझाने में सक्षम नहीं हूं जो मीडिया के रूप में वास्तव में पार्टी कैडर हैं। मैं कैराली से कोई बात नहीं करूंगा। अगर कैराली यहां होगा तो मैं चला जाऊंगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे आशा है कि यहां कोई भी मीडिया वन से नहीं है। मैं आपसे (मीडिया वन से) बात नहीं करना चाहता। बाहर निकलो। मैं आपसे बात नहीं करूंगा और मैं कैराली से बात नहीं करूंगा। कृपया... यदि यहां कोई मीडिया वन और कैराली से है तो कृपया यहां से चले जाएं।''

तिरुवनंतपुरम: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन को पत्र लिखकर कहा है कि वित्त मंत्री केएन बालागोपाल को तुरंत पद से बर्खास्त कर दिया जाए। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय में दिए गए देशविरोधी बयान के लिए उनपर कार्रवाई जरूरी है। गवर्नर ने आरोप लगाया है कि राज्य के वित्त मंत्री बालागोपाल ने तिरुवनंतपुरम में पिछले सप्ताह ऐसा भाषण दिया था जो कि भारत की एकता के खिलाफ था और क्षेत्रवाद को बढ़ावा देने वाला था।

रिपोर्ट्स के मुताबिक वित्त मंत्री ने विश्वविद्यालय कैंपस में भाषण के दौरान कहा था कि जो लोग यूपी जैसी जगहों से पढ़ने के लिए आते हैं उनके लिए केरल के विश्वविद्यालयों में अडजस्ट करना और यहां की बातों को समझना मुश्किल हो जाता है। वह विश्वविद्यालयों में छात्रों पर होने वाली प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर बात कर रहे थे।

राज्यपाल खान ने कहा, वित्त मंत्री केएन बालागोपाल का यह बयान देश के अंदर की एकता को चुनौती देने वाला है। वह केरल और दूसरे राज्यों के बीच भेदभाव कर रहे हैं।

तिरुवनंतपुरम: नौ विश्‍वविद्यालयों के कुलपति की नियुक्ति को लेकर केरल में पी विजयन सरकार और राज्‍यपाल आरिफ मोहम्‍मद खान में ठन गई है। इस मसले पर आज शाम केरल हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। आरिफ मोहम्‍मद खान के 'विवादित' आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर दीपावली की शाम को विशेष सुनवाई में कोर्ट ने कहा कि राज्‍यपाल के कारण बताओ नोटिस के तहत कुलपति अंतिम आदेश तक पद पर बने रह सकते हैं।

दीपावली की शाम को एक विशेष बैठक में, केरल उच्च न्यायालय ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के विवादास्पद आदेश को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई की। अदालत ने कहा कि राज्यपाल के कारण बताओ नोटिस के तहत कुलपति अंतिम आदेश जारी होने तक अपने पद पर बने रह सकते हैं। राज्यपाल ने शुरू में केरल सरकार द्वारा स्वतंत्र रूप से नियुक्त कुलपतियों को आज सुबह 11.30 बजे तक पद छोड़ने के लिए कहा था। लेकिन जब उन्होंने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की, तो उन्होंने उन्हें नोटिस जारी किया।

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