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तिरुवनंतपुरम: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए कहा, इटली में मेरा परिवार है। मेरी 93 साल की बूढ़ी मां है, मैं इससे शर्मिंदा नहीं हूं। केरल में एक चुनावी रैली में सोनिया गांधी ने यह टिप्पणी की। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सोनिया के इटली मूल के होने और अगस्तावेस्टलैंड मामले में मिलान कोर्ट के फैसले के बारे में तंज कसते हुए कहा था, 'इटली में मेरा कोई परिवार नहीं है। मैं वहां कभी नहीं गया।" मोदी इस बात पर जोर दे रहे थे कि इटली की अदालत के फैसले को उनकी सरकार प्रभावित नहीं कर सकती। पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए सोनिया ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी भारत के लिए मेरी प्रतिबद्धता और मेरे प्रेम को नहीं छीन सकते। भारत मेरा देश है। मैं यहीं अपनी अंतिम सांसें लूंगी। मेरी अस्थियां यहीं मेरे प्रियजनों के बीच घुलमिल जाएंगी। सोनिया गांधी ने केरल में अपने चुनाव प्रचार अभियान का आगाज करते हुए मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किया और कहा कि लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकारें 'असंवैधानिक और अंदरखाते की चालों' से गिराई जा रही हैं। तेकीनकाडु मैदान में एक चुनाव सभा को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों में हमारी लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकारें असंवैधानिक और अंदरखाते की सौदेबाजी से गिराई जा रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार विश्वविद्यालयों, न्यायपालिका, एनजीओ और सिविल सोसाइटी के लिए खतरा है।

कोच्चि: अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे पर भाजपा द्वारा निशाना बनाए जाने के एक दिन बाद पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने सत्तारूढ़ दल पर पलटवार करते हुए कहा कि वीवीआईपी हेलीकॉप्टर की खरीदारी की प्रक्रिया के लिए निविदा प्रक्रिया में ‘बदलाव’ 2003 में ही शुरू हुआ था जब राजग सरकार का शासनकाल था और इसके मुखिया अटल बिहारी वाजपेयी थे। एंटनी ने यहां कहा, ‘वीवीआईपी के लिए सरकार द्वारा 2002 में हेलीकाप्टर खरीद की प्रक्रिया शुरू की गई थी जिसमें वैश्विक निविदा प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए अगस्तावेस्टलैंड उपयुक्त नहीं था। यह निविदा प्रक्रिया में तभी शामिल हो सका जब वायुसेना, रक्षा अधिकारियों की बैठक हुई जिसका आयोजन तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बृजेश मिश्रा ने 2003 में किया और नियमों में ढील देने का निर्णय किया।’ वीवीआईपी के लिये हेलीकॉप्टर की आपूर्ति के मामले में अगस्तावेस्टलैंड की पसंद के घटनाक्रम के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि जब संचालन जरूरतों को तय किया गया तो यह तय हुआ कि हेलीकॉप्टर को छह हजार मीटर की ऊंचाई पर उड़ने में सक्षम होना चाहिए। एंटनी ने एरनाकुलम प्रेस क्लब की तरफ से आयोजित प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में कहा, ‘लेकिन ब्रजेश मिश्रा की अध्यक्षता में 2003 में आयोजित बैठक में संचालन जरूरत को कम कर 4500 मीटर की ऊंचाई कर दिया गया। उस बैठक में हेलीकॉप्टर के केबिन की ऊंचाई को 1.80 मीटर आवश्यक करने का निर्णय किया गया।

कासरकोड (केरल): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (रविवार) कहा कि केरल में अब तक यूडीएफ और एलडीएफ की ‘समझौते और अनुबंध’ की राजनीति का शासन रहा है और दोनों ही पक्षों ने राज्य के शिक्षित मतदाताओं का ‘अपमान’ किया है। मोदी ने यहां एक चुनावी सभा में कहा, ‘केरल में राजनीति का एक नया मॉडल आया है। यह एक-दूसरे को बचाने के लिए तालमेल, समझौते, भ्रष्टाचार और अनुबंध की राजनीति है।’ राज्य में एलडीएफ और यूडीएफ दोनों पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा, ‘यूडीएफ और एलडीएफ के बीच करार का शासन है। पांच साल तक तुम शासन करो और अगले पांच साल हम शासन करेंगे।’ इसी तरह से ये दोनों मोर्चे राज्य की सत्ता में लौटते रहे हैं। आगामी 16 मई को केरल में होने जा रहे चुनाव के प्रचार के दूसरे चरण की शुरुआत करते हुए मोदी ने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और माकपा के बीच के गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि दोनों ही दल केरल के शिक्षित लोगों का ‘अपमान’ कर रहे हैं और लोगों को दोनों दलों की तालमेल की राजनीति को समझना चाहिए। मोदी ने माकपा की ‘हिंसा की राजनीति’ पर भी हमला बोला और कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए मार्क्‍सवादी पार्टी के नेतृत्व वाले एलडीएफ की ओर से बनाए गए उम्मीदवार कई वर्ष पहले थालासेरी में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या के मामले में आरोपी हैं।

त्रिशूर: अतीत में तीन बार केरल के मुख्यमंत्री के रूप में कभी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए वरिष्ठ कांग्रेस नेता ए के एंटनी ने आज (शनिवार) कहा कि वह एक बार फिर राज्य का मुख्यमंत्री बनने की ‘ऐतिहासिक भूल’ नहीं करेंगे। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मैं फिर ऐतिहासिक भूल नहीं करूंगा, वह काल बीत गया। सपने में भी मैं केरल की राजनीति में वापस लौटने की योजना नहीं पाल रहा हूं।’ पूर्व रक्षा मंत्री इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि यदि आगामी विधानसभा चुनाव के पश्चात संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) सत्ता में लौटता है तो क्या वह राज्य की राजनीति में लौटने और मुख्यमंत्री की कमान संभालने को इच्छुक हैं। उन्होंने कहा, ‘12 साल पहले मैं मुख्यमंत्री था। हर व्यक्ति का समय होता है।’ तीन बार मुख्यमंत्री रहे एंटनी का कार्यकाल सभी समय से पहले ही खत्म हो गये थे। वह 37 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने थे और वह अप्रैल, 1977 से अक्तूबर, 1978 तक इस पद पर रहे। दूसरी बाद वह 1995 से 1996 तक मुख्यमंत्री रहे।

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