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कन्नूर: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज  (शनिवार) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपना एक भी चुनावी वादा पूरा नहीं किया। जिले में कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे के समर्थन में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए जद :यू: के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मोदी महज वादे कर लोगों को ठग रहे हैं। नीतीश ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी और उनके मित्रों ने बिहार के लोगों से ढेर सारे वादे किए थे, लेकिन सत्ता मिलने के बाद वे अपने सभी वादे भूल गए..मोदी ने वही रवैया केरल के तरफ अपनाया।’’ उन्होंने कहा कि यह जद (यू), राजग और कांग्रेस का महागठबंधन है जिसने बिहार की जनता के साथ किए अपने वादे पूरे किए। उनकी सरकार ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू की है जो लोगों के कल्याण के लिए है। नीतीश ने वामपंथी पार्टियों पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि माकपा और भाकपा ने बिहार चुनाव में भाजपा के पक्ष में रूख अपनाया। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘माकपा केरल में भी भाजपा की मदद करने की कोशिश कर रही थी जैसा उन्होंने बिहार में किया।’’ नीतीश ने कहा, ‘‘राज्य में भाजपा और सांप्रदायिक ताकतों के विकास को गंभीरता से लेना होगा और यह पड़ताल करनी होगी कि यह कैसे हुआ।’’

कन्नूर (केरल): केरल में 16 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में पहली बार वोट डालने जा रहीं सौ साल की एक महिला को कन्नूर जिले में चुनावों का चेहरा बनाया जाएगा। भले ही उनकी जिंदगी में कई चुनाव हुए हों लेकिन कोलक्कड़ की 100 साल की तेरीसिअम्मा चाको के लिए इस बार का चुनाव कुछ अलग है। जब उन्होंने आगामी चुनाव में पहली बार अपना वोट डालने की इच्छा प्रकट की तो जिला प्रशासन ने उनकी हर तरह से सहायता करने का फैसला किया और मतदाताओं को मताधिकार के लिए प्रेरित करने के इरादे से चुनाव के दौरान उन्हें चुनावों के चेहरे के तौर पर इस्तेमाल करने का फैसला किया। अपने बेटे जॉनी के साथ रह रहीं तेरीसिअम्मा ने हाल में कोलक्कड़ में अक्षया सेंटर से मतदाता पहचान पत्र के लिए आवेदन दिया था।

कोच्चि: दलित छात्रा के साथ निर्मम बलात्कार और हत्या के मामले में संलिप्त लोगों की की गिरफ्तारी में हो रही देर के कारण चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच केरल के मुख्य मंत्री ओमन चांडी ने पीड़िता की बीमार मां से पेरंबवूर स्थित अस्पताल में मुलाकात की और कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। वामपंथी छात्र संगठन डीवाईएफआई के कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शनों के बीच मुख्यमंत्री अस्पताल पहुंचे। उन्होंने पीड़िता की मां को सांत्वना देते हुए कहा कि पीड़िता की बहन को सरकारी नौकरी दिलवाने के लिए कदम उठाए जाएंगे ताकि वह परिवार की मदद कर सके। चांडी ने कहा, ‘मैं आपको आश्वासन देता हूं कि इस निर्मम अपराध के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।’ मुख्यमंत्री ने इन आरोपों से इंकार कर दिया कि दोषियों की गिरफ्तारी में देरी के कारण यह मामला कमजोर पड़ गया है। उन्होंने कहा, ‘कोई भी चीज कड़ी कानूनी कार्रवाई को रोक नहीं पाएगी। मैं आपको आश्वासन देता हूं कि सरकार इसे एक बेहद गंभीर घटना के रूप में लेगी और हम दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करेंगे और उन्हें कानून के समक्ष पेश करेंगे।’

तिरुवनंतपुरम: केरल के एर्नाकुलम जिले में 30 साल की एक दलित महिला से कथित बलात्कार और उसकी नृशंस हत्या के सिलसिले में तीन व्यक्ति पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए हैं। इस घटना को लेकर पूरे केरल में आक्रोश फैल गया है तथा आज छात्रों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने बताया कि 28 अप्रैल को एर्नाकुलम जिले के पेरूम्बवूर में गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली कानून की इस छात्रा से उसके ही घर में बलात्कार किया गया और उस पर धारदार हथियार से नशंस वार किया गया एवं उसकी हत्या कर दी गयी। इस अपराध के सिलसिले में अब तक कोई औपचारिक गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस घटना ने राज्य को हिला कर रख दिया है और 16 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इससे राजनीति तेज हो गई है। एर्नाकुलम रेंज के पुलिस महानिरीक्षक महिपाल यादव ने बताया कि गला घोंटने और गला दबाने के संकेत हैं तथा उसके गले, छाती और कई अन्य अंगों पर 13 जख्म हैं। कुछ रिपोर्ट में उसके शरीर पर करीब 20 जख्म होने की बात कही गयी है और यह भी कि उसकी आंतें बाहर आ गई थीं।

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