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नई दिल्ली: केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री पर रोक को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि महिलाओं का मंदिर के अंदर ना जाना संविधान के खिलाफ है। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस रोहिनतोन फाली निरमन, एम खानविल्कर, डीवाई चंद्रचूड़ और इंदू मल्होत्री की बेंच इस मामले पर सुनवाई कर रही थी। दीपक मिश्रा ने महिलाओं के मंदिर के अंदर प्रवेश करने का समर्थन करते हुए कहा कि किस आधार पर मंदिर महिलाओं की एंट्री पर बैन लगा रहा है।

चीफ जस्टिस ने कहा के मंदिर एक सार्वजनिक संपत्ति है जहां कोई भा आ सकता है, अगर यहां किसी को भी आने की अनुमति है तो फिर महिलाओं को क्यों नहीं? संविधान में पुरुषों और महिलाओं को बराबरी का दर्जाद दिया गया है ऐसे में मंदिर के अंदर महिलाओं के प्रवेश ना करने देना संविधान के खिलाफ है। बता दें कि 2015 में केरल सरकार ने महिलाओं के प्रवेश का समर्थन किया था, लेकिन 2017 में उसने अपना रुख बदल दिया था। महिलाओं के एंट्री को लेकर बीते दिनों केरल सरकार ने भी विरोध किया था।

तिरुवनंतपुरम: केरल में सोमवार को भारी बारिश ने सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। मौसम विभाग ने बुधवार तक और बारिश होने का अनुमान जताया है। अलाप्पुझा के चंदिरूर में तिरुवनंतपुरम-मैंगलोर एक्सप्रेस की आखिरी बोगी के ऊपर एक पेड़ गिर गया। इस दौरान लोगों के चोटिल होने की खबर नहीं है। इस घटना की वजह से ट्रेन में तीन घंटे का विलंब हो गया। पिछले 36 घंटों से कई जिलों में बारिश हो रही है जिसके कारण तीन हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित शरणगाहों तक पहुंचाया गया है।

14 जिलों में से आठ में सभी शैक्षणिक संस्थान सोमवार को बंद कर दिए गए और अधिकांश विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं हैं। सर्वाधिक प्रभावित जिलों में अलाप्पुझा, इडुक्की, कोझिकोड, वयनाड़, कोट्टायम, कोल्लाम और कोच्चि शामिल हैं। मौसम विभाग ने तटीय जिलों के लिए चेतावनी जारी कर दी है और मछुआरों से समुद्र में नहीं जाने को कहा है। पहाड़ी इलाकों में संभावित भूस्खलन की चेतावनी जारी की गई है। वयनाड़ जिले से होते हुए कर्नाटक जाने वाली बस सेवाओं को रद्द कर दिया गया है।

अंबालापुझा: केरल के अंबालापुझा में एक चोर को चोरी करने के बाद अपनी गलती का अहसास हुआ और उसने दो दिन बाद माफीनामे के साथ चोरी किए गए सोने के गहनों को लौटा दिया। तकाजही पंचायत इलाके में एक परिवार मंगलवार को अपने एक रिश्तेदार के यहां गया हुआ था। उनके पीछे चोर घर का पिछला दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गया और अलमारी में रखी एक अंगूठी, कान की बाली और एक लॉकेट ले गया। जब परिवार लौटा तो उसे लगा कि घर में चोरी हुई है और फौरन पुलिस को सूचित किया।

इस घटना के दो दिन बाद चोर को अपने अपराध का अहसास हुआ। उसने मालिक को चोरी किए गए गहने लौटा दिए। साथ में एक पत्र भी दिया जिसमें माफी मांगते हुए उसे गिरफ्तार नहीं कराए जाने का अनुरोध किया गया है। उसने पत्र में कहा, ''कृपया मुझे गिरफ्तार नहीं कराएं। मुझे माफ कर दीजिए। अपने खराब हालात की वजह से मैंने गलती कर दी है।''

तिरुवनंतपुरम: माथे पर चंदन की बिंदी लगाकर जाने की वजह से कथित तौर पर केरल के एक मदरसे ने एक बच्ची को बाहर निकाल दिया। पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाली इस बच्ची के पिता का कहना है कि एक शार्ट फिल्म में एक्टिंग करने के लिए उसने माथे पर चंदन लगाया था। इस पूरी घटना को बच्ची के पिता ने अपने फेसबुक अकाउंट से शेयर किया है। उमर मलयिल नामक शख्स ने फेसबुक पर लिखा कि उनकी 10 वर्ष की बेटी हिना पढ़ाई के अलावा खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी काफी आगे रहती है। एक शार्ट फिल्म में एक्टिंग के लिए मेरी बेटी ने माथे पर चंदन की बिंदी लगाई थी। इस वजह से उसे मदरसे से बाहर निकाल दिया गया।

मलयालम भाषा में लिखी गई इस पोस्ट को अब तक लगभग 8 हजार लोगों ने लाइक किया है और लगभग 2,800 लोग इसे शेयर कर चुके हैं। उमर ने लिखा है कि उनकी बेटी स्कूल और जिला लेवल पर कई इनाम भी जीत चुकी है।

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