ताज़ा खबरें
सिविल जज भर्ती के लिए न्यूनतम तीन साल की प्रैक्टिस का नियम बहाल
गुजरात के मंत्री का दूसरा बेटा भी मनरेगा घोटाला मामले में गिरफ्तार
अर्धसैनिक बलों के जवानों को भी मिले शहीद का दर्जा: तेजस्वी यादव

कोच्चि: देश के चीफ जस्टिस के खिलाफ एक तरह से बगावत का कदम उठाने वाले सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों में एक जस्टिस कुरियन जोसेफ ने भरोसा जताया कि उन्होंने जो मुद्दे उठाए हैं उनका समाधान होगा।

जस्टिस कुरियन ने एक दिन पहले दिल्ली में अन्य तीन जजों के साथ केस के चुनिंदा तरीके से आवंटन और कुछ न्यायिक फैसले के विरूद्ध आवाज उठाई है।

उनके और तीन अन्य न्यायाधीशों के प्रेस कांफ्रेंस के एक दिन बाद जोसेफ ने कहा कि उन्होंने न्याय और न्यायपालिका के हित में काम किया। स्थानीय न्यूज चैनलों ने कल के घटनाक्रम पर उनकी प्रतिक्रिया जानने के लिए यहां के निकट कलाडी में उनके पैतृक घर का रूख किया तो जस्टिस जोसेफ ने कहा, ''न्याय और न्यायपालिका के पक्ष में खड़े हुए। यही चीज कल वहां (नयी दिल्ली में) हमने कहा।

उन्होंने कहा, ''एक मुद्दे की ओर ध्यान गया है। ध्यान में आने पर निश्चित तौर पर यह मुद्दा सुलझ जाएगा। न्यायमूर्ति जोसेफ ने कहा कि ''न्यायाधीशों ने न्यायपालिका में लोगों का भरोसा जीतने के लिए यह किया।

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को एसएनसी-लावालिन भ्रष्टाचार मामले में नोटिस भेजा है। विजयन पर राज्य में तीन हाइडल पावर की मरम्मत के लिये कॉन्ट्रैक्ट देने में भ्रष्टाचार का आरोप है। सर्वोच्च न्यायालय ने केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन और अन्य को नोटिस जारी किया है।

राज्य में तीन जलविद्युत परियोजनाओं में कथित भ्रष्टाचार के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से दायर याचिका पर यह नोटिस जारी किया गया है। न्यायमूर्ति एन.वी. रमण और न्यायमूर्ति एस. अब्दुल नजीर की पीठ ने मामले की सुनवाई पर भी रोक लगा दी है। यह मामला केरल में तीन जलविद्युत परियोजनाओं के नवीनीकरण में धांधली से संबंधित है।

सीबीआई ने विजयन और छह अन्य को बरी करने, जबकि शेष तीन आरोपियों पर मुकदमा चलाने के केरल उच्च न्यायालय के आदेश को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी थी। यह मामला 1990 के दशक से संबंधित है, जब विजयन केरल में ऊर्जा मंत्री थे।

तिरुवनंतपुरम: केरल सरकार ने बुधवार को आदेश दिया कि अब से सरकारी स्कूलों में डेस्कटॉप नहीं खरीदें जाएंगे, उनकी जगह केवल लैपटॉप की ही खरीद की जाएगी। यह आदेश शिक्षा विभाग की प्रौद्योगिकी समीति की सिफारिशों के अनुरूप लिया गया है।

स्कूलों की प्रौद्योगिकी संबंधी जरूरतों पर नजर रखने वाली केरल सरकार के निकाय इंफ्रास्ट्रक्चर एंड टेक्नोलॉजी फार एजुकेशन के उपाध्यक्ष के. अनवर सादात ने आईएएनएस को बताया कि लैपटॉप में पोर्टेबिलिटी, पॉवर बैकअप और न्यूनतम ऊर्जा खपत जैसी कई विशेषताएं होती हैं।

आदेश के परिणामस्वरूप 4,775 स्कूलों की 45 हजार कक्षाओं में इस वित्तीय वर्ष के अंत यानि 31 मार्च तक 60,250 लैपटॉप और 43,750 प्रोजेक्टर की सप्लाई की जाएगी।

नई दिल्ली: पिछले साल 15 अगस्त को तिरंगा फहराने को लेकर विवाद के बाद राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर केरल के एक स्कूल में झंडा फहराने की तैयारी में हैं। संघ के सदस्यों के मुताबिक 26 जनवरी को केरल में पलक्कड़ जिले के बाहरी क्षेत्र स्थित एक स्कूल में भागवत तिरंगा फहराएंगे।

भागवत 26 जनवरी से शुरू होने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तीन दिवसीय शिविर में हिस्सा लेने के लिए केरल में रहेंगे। संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, 'सरसंघचालक स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर जहां कहीं भी होते हैं, वह राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। चूंकि वह 26 जनवरी को केरल में रहेंगे, इसलिए वहां तिरंगा फहराएंगे। इसे केवल इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जाना चाहिए।'

आरएसएस सदस्यों ने कहा कि जिस स्कूल में आरएसएस के कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है उसका प्रशासन आरएसएस के भारतीय विद्या भवन के अधीन हैे। पिछले साल 15 अगस्त को भागवत ने जिला प्रशासन के आदेश के खिलाफ पलक्कड़ जिले के एक स्कूल में तिरंगा झंडा फहराया था। हालांकि उन्हें इसकी इजाजत नहीं मिली थी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख