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अहमदाबाद: गुजरात में जूनागढ़ जिले के अखबार के दफ्तर में एक पत्रकार की कथित तौर पर कुछ अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी। पुलिस अधीक्षक नीलेश जजाडिया ने बताया कि वंजारी चौक पर स्थित गुजराती दैनिक अखबार के दफ्तर में कल रात करीब साढ़े नौ बजे किशोर दवे :53: की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गयी। जजाडिया ने बताया, ‘‘उन्हें छह सात बार चाकू मारा गया। चाकू के जख्मों को देखकर हत्या के पीछे का कारण निजी दुश्मनी समझ में आता है।’’ उन्होंने बताया कि दवे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। जूनागढ़-बी संभागीय पुलिस थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है।

अहमदाबाद: वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने सोमवार को कहा कि दलितों पर लंबे समय से अत्याचार हो रहे हैं और लोगों का उनके साथ होने वाले दुर्व्यवहार पर दुख जताना स्वभाविक है। उन्होंने उना में दलितों के साथ हाल में हुई मारपीट के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘दलितों पर अत्याचार आज की घटना नहीं है। देश भर में दलितों के साथ जिस तरह दुर्व्यवहार हो रहा है, उसे लेकर दुख जताना स्वभाविक है।’ गुजरात के गांधीनगर के लोकसभा सदस्य आडवाणी तिरंगा यात्रा के सिलसिले में यहां आए थे और उन्होंने इस दौरान साबरमती आश्रम एवं एक स्कूल का दौरा किया। उन्होंने राज्य में भाजपा सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों की सराहना करते हुए तिरंगा यात्रा के दौरान लोगों से कहा, ‘मुझे कर्णावती (अहमदाबाद) और अपने निर्वाचन क्षेत्र में पहले नरेंद्र मोदी और फिर आनंदीबेन पटेल (मोदी के बाद मुख्यमंत्री बनने वाली नेता) के नेतृत्व में हुए अभूतपूर्व विकास कार्य देखकर खुशी हो रही है।

अहमदाबाद: गुजरात के उना में सोमवार को दलितों पर हुए हमले को लेकर मंगलवार को 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। स्थानीय लोगों द्वारा दलितों और पुलिस पर किए गए हमले में एक ग्रामीण और पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसमें एक डीएसपी और एक इंस्पेक्टर पर भी शामिल हैं। इस मामले में पुलिस ने दो मामले दर्ज किए हैं। फिलहाल कोई ताजा घटना नहीं हुई है लेकिन उना शहर में तनाव जैसे हालात हैं। जूनागढ़ रेंज के आईजी बृजेशकुमार झा ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। इस हमले के सिलसिले में दो मामले दर्ज किए गए हैं। एक दलितों पर हमले के लिए जिसमें चार लोग घायल हुए और दूसरा पुलिस पर हमले के लिए। गिरफ्तार लोगों के खिलाफ दंगा, हत्या और साजिश करने के प्रयास का आरोप है। गुजरात दलित सेना के अध्यक्ष जयंती मकाडिया ने 5 अगस्त को अहमदाबाद से शुरू अस्मिता यात्रा सोमवार को उना में खत्म हुई थी। इसी यात्रा में भाग लेकर वे लोग भावनगर लौट रहे थे। इस दौरान ग्रामीणों ने समतर गांव के पास उना-भावनगर राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया और सात समुदाय के लोगों को पीटा। सूत्रों के मुताबिक ग्रामीणों ने पुलिस पर पत्थर फेंके। पुलिस ने जब आंसू गैस के गोले छोड़े तो ग्रामीण भाग निकले।  दलित समाज के लोग 11 जुलाई को दलितों को पीटे जाने के खिलाफ प्रदेश के कई हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। अब दलित समाज अस्मिता यात्रा को आगे बढ़ाते हुए उना से गांधीनगर तक 500 किलोमीटर की बाइक रैली निकालने की तैयारी में है। मकाडिया ने कहा कि यह रैली 29 अगस्त को समतर गांव से गुजरेगी जहां सोमवार को हमले हुए।

अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से हमला बोलते हुए जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने आज (सोमवार) कहा कि देश को ‘विकास के गुजरात मॉडल के नाम पर बेवकूफ’ बनाया गया। उन्होंने आरएसएस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि ‘संघ और मनुवादी विचाराधारा’ का अनुसरण करने वाले ‘लोकतंत्र की आवाज से’ डरे हुए हैं। कन्हैया ने आज कथित गौरक्षकों से जुड़ी पिछले महीने की घटना के विरोध में दलित संगठनों द्वारा आयोजित स्वतंत्रता दिवस में शामिल होने के लिए गिर सोमनाथ जिले के उना का दौरा किया। उन्होंने कहा कि यह गुजरात का उनका पहला दौरा है। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘यहां आने के बाद, मुझे पता चला कि कैसे देश को विकास के गुजरात माडल के नाम पर बेवकूफ बनाया गया है। उना में दलित यात्रा में भाग लेने गुजरात आए हैं।’ इस साल एक भाषण को लेकर देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार होने के बाद चर्चा में आए कन्हैया को सरकार द्वारा यहां सर्किट हाउस में मीडिया को संबोधित करने की अनुमति नहीं दी गई। बाद में उन्होंने पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच सर्किट हाउस के बाहर संवाददाताओं को संबोधित किया।

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