अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गोरक्षा के नाम पर किसी की हत्या स्वीकार्य नहीं है। पीएम ने कहा कि गांधी जी और बिनोवा भावे से गोरक्षा सीखनी चाहिए। गोरक्षा के नाम पर हिंसा क्यों? पीएम मोदी आज (गुरूवार) साबरमती आश्रम के 100 साल पूरा होने के समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालातों पर पीड़ा होती है। गाय की सेवा ही गाय की भक्ति है। गोरक्षा के नाम पर हिंसा ठीक नहीं है। देश को अहिंसा के रास्ते पर चलना होगा। गोभक्ति के नाम पर लोगों हत्या स्वीकार नहीं की जाएगी। अगर वह इंसान गलत है तो कानून अपना काम करेगा, इंसान को कानून हाथ में लेने की जरूरत नहीं है। मोदी ने कहा कि जो देश चींटी को भी कुछ खिलाने पर विश्वास रखता है, जो देश गली में कुत्ते को भी कुछ खिलाने पर भी विश्वास रखता है, उस देश को क्या हो गया है। पीएम मोदी ने एक कहानी के माध्यम से अपनी बात समझाई। उन्होंने कहा कि जब मैं छोटा था तो हमारे घर के पास एक परिवार रहता था। उस परिवार में कोई संतान नहीं थी, जिसके कारण काफी तनाव का माहौल रहता था। काफी समय बाद उस घर में एक संतान का जन्म हुआ। उस समय एक गाय वहां पर आती थी और रोजाना कुछ खाकर जाती थी।
एक बार गाय के पैर के नीचे बच्चा आ गया था, और उसकी मौत हो गई। दूसरे दिन सुबह ही वह गाय उनके घर के सामने खड़ी हो गई, उसने किसी के घर के सामने रोटी नहीं खाई। उस परिवार से भी रोटी नहीं खाई। गाय के आंसू लगातार बह रहे थे। वह गाय कई दिनों तक कुछ नहीं खा-पी सकी। पूरे मोहल्ले के लोगों ने काफी कोशिश की, लेकिन गाय ने कुछ नहीं खाया और बाद में अपना शरीर त्याग दिया। एक बच्चे की मौत के पश्चाताप में उस गाय ने ऐसा किया, लेकिन आज लोग गाय के नाम पर ही हत्या कर रहे हैं। हिंसा समस्या का समाधान नहीं है। भीड़ की हिंसा को गलत बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मरीज की मौत पर अस्पताल को फूंकना गलत है। उस डॉक्टर का कोई दोष नहीं है, जो आपके परिवार के सदस्य की सेवा कर रहा था, लेकिन उस सदस्य को बचा नहीं पाया। लेकिन फिर भी आपको शिकायत है, तो कानून है। हिंसा समस्याओं का समाधान नहीं है। हमारा देश अहिंसा और गांधी का देश है। गौरतलब है कि भीड़ द्वारा हत्या को लेकर पीएम मोदी के बयान की काफी लंबे समय से प्रतीक्षा थी। उन्होंने अपने बयान के माध्यम से कानून अपने हाथ में लेने लोगों को कड़ा संदेश दिया है। गुजरात की दो दिवसीय यात्रा के तहत पीएम नरेंद्र मोदी गुरुवार सुबह अहमदाबाद पहुंचे। मोदी आज सुबह साबरमती आश्रम पहुंचें जो, इस वर्ष अपनी 100वीं वर्षगांठ मना रहा है। आश्रम में उन्होंने महात्मा गांधी के आध्यात्मिक गुरुमाने जाने वाले श्रीमद राजचन्द्र पर स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी किया। पीएम मोदी गुजरात दौरे के राजकोट में रोडशो करेंगे और प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में अन्य कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इस वर्ष मोदी की यह चौथी गुजरात यात्रा है। गौरतलब है कि प्रदेश में वर्षांत में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव गुजरात भाजपा के लिए नाक का सवाल है क्योंकि यह प्रधानमंत्री का गृह प्रदेश है। भाजपा के अनुसार प्रधानमंत्री राजकोट जाएंगे जहां वह दिव्यांगों को जरूरी उपकरण बांटेंगे। प्रदेश के मंत्री ने बताया कि राजकोट में कार्यक्रम के बाद मोदी आजी बांध जाएंगे, जहां वह नर्मदा के जलावतरण का स्वागत करेंगे। यह बांध सौनी (सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण सिंचाई) परियोजना के तहत नर्मदा के जल से भरा जाएगा। बांध से स्थानीय हवाई अड्डे तक मोदी रोडशो करेंगे। शाम को वह गांधीनगर रवाना हो जाएंगे। भाजपा के अनुसार, शुक्रवार को मोदी उत्तरी गुजरात के अरावली जिले के मोदासा जाएंगे, जहां वह 552 करोड़ रुपये की लागत से दो जलापूर्ति योजनाओं का उद्घाटन करेंगे। वह वहां एक अनौपचारिक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।